अमरूद विटामिन ए का एक बहुत अच्छा स्रोत है, इसलिए आंखों के लिए भी फायदेमंद है. यह शरीर को स्वस्थ रखने में भी सहायक है और रक्तचाप को भी कम करता है. साथ ही खून की तरलता को बनाए रखता है. यह विटामिन सी की कमी के कारण होने वाले रोग स्कर्वी के इलाज के लिए भी सब से अच्छा उपाय माना जाता है. अमरूद खनिज, लवण, विटामिन और आहार फाइबर का यह एक अच्छा स्रोत है, जो वजन घटाने के लिए भी अच्छा माना जाता है. इसलिए अमरूद खाने से हम कई तरह के रोगों से बचे रह सकते हैं.
अमरूद का फल विटामिन बी कांलैक्स जैसे पैंटोथैनिक एसिड, विटामिन बी सिक्स या पाइडौक सीन, विटामिन ई, नियासिन के साथसाथ मैग्नीशियम, कौपर और मैगनीज जैसे खनिजों का भी एक मध्यम स्रोत है.
अमरूद से निम्नलिखित खाद्य पदार्थ बनाए जा सकते हैं:
अमरूद की जैली
अमरूद की जैली बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है :
सामग्री : मात्रा
अमरूद :1 किलोग्राम
चीनी : 750 गाम
साइट्रिक एसिड : 4 ग्राम
जैली बनाने की विधि
• ताजे पके फल को ले कर पानी से साफ कर लें और गोलाई में पतलेपतले काट लें.
• कटे हुए अमरूद के टुकड़ों को एलुमीनियम के बरतन में डाल कर उस में इतना पानी डालें कि टुकड़े अच्छी तरह डूब जाएं.
• गैस पर रखें और इस में 2 ग्राम साइट्रिक एसिड मिला दें.
• अब टुकड़े मुलायम होने पर मलमल के कपड़े से छान कर किसी बरतन में रस निकाल लें.
•उस रस में चीनी मिला कर गरम करें और उबाल आने पर बाकी 2 ग्राम साइट्रिक एसिड मिला दें.
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फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट
उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड
'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित
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लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान
पहली बार बड़े लैवल पर 'फार्म एन फूड' पत्रिका द्वारा राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' का आयोजन लखनऊ की संगीत नाटक अकादमी में 17 अक्तूबर, 2024 को किया गया, जिस में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से आए तकरीबन 200 किसान शामिल हुए और खेती में नवाचार और तकनीकी के जरीए बदलाव लाने वाले तकरीबन 40 किसानों को राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से सम्मानित किया गया.
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