सब्जियों में आलू की खास अहमियत है. यही वजह है कि पूरे साल इस की मांग बनी रहती है. सब्जी के अलावा आलू की प्रोसैसिंग कर के अनेक तरह की चीजें जैसे आलू चिप्स, पापड़, बड़ी व नमकीन बनाई जाती हैं, चाहे वह घरेलू रूप में हो या व्यावसायिक लैवल पर. कुलमिला कर आलू की मांग हमेशा ही बनी रहती है.
हालांकि अगेती या जल्दी खोद लिए जाने वाला आलू कच्चा होता है, इसलिए इसे स्टोर नहीं किया जा सकता. स्टोर करने के लिए किसान को पूरी तरह से आलू तैयार होने के बाद जब आलू का छिलका पक जाता है, तभी उस की खुदाई की जाती है.
आलू की फसल तैयार होने के बाद आलू की खुदाई भी समय से कर लेनी चाहिए, वरना खेत में आलू खराब भी हो सकता है.
पहले समय में आलू की खुदाई मजदूरों द्वारा ही होती थी, जिस में काफी समय व पैसा तो लगता ही था खेत में उपज भी कई दिनों तक पड़ी रहती थी, जिस से आलू खुला रहने के कारण काफी आलू हरे रंग में भी बदल जाते थे.
लेकिन अब आलू खुदाई के लिए कृषि यंत्रों का इस्तेमाल होने लगा है, जिसे पोटैटो डिगर के नाम से जाना जाता है.
आलू खुदाई के लिए पोटैटो डिगर यंत्र
पोटैटो डिगर आलू खोदने का एक ऐसा यंत्र है, जिसे ट्रैक्टर से जोड़ कर चलाया जाता है. इस यंत्र के इस्तेमाल से कम समय में ही बिना कटे व अच्छी गुणवत्ता के साथ आलू की खुदाई होती है. इस वजह से बाजार में आलू की अच्छी कीमत मिलती है.
यहां हम आलू खुदाई यंत्र के साथसाथ आलू छंटाई अर्थात आलू की ग्रेडिंग मशीन के बारे में भी जानकारी देंगे. इस यंत्र के जरीए किसान आलू के छोटेबड़े साइजों को अलगअलग कर सकते हैं.
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फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट
उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड
'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित
भारत में काम करने वाली संस्था 'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' से जुड़े 3 अधिकारियों संस्थापक ट्रस्टी सुनील वर्गीस, संस्थापक ट्रस्टी राजेंद्र पाठक और प्रोजैक्ट हैड सुनील पांडेय को गरीबी उन्मूलन और जीरो हंगर पर काम करने के लिए 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से नवाजा गया.
लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान
पहली बार बड़े लैवल पर 'फार्म एन फूड' पत्रिका द्वारा राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' का आयोजन लखनऊ की संगीत नाटक अकादमी में 17 अक्तूबर, 2024 को किया गया, जिस में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से आए तकरीबन 200 किसान शामिल हुए और खेती में नवाचार और तकनीकी के जरीए बदलाव लाने वाले तकरीबन 40 किसानों को राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से सम्मानित किया गया.
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