आम की अनेक व्यावसायिक किस्में
Farm and Food|May First 2024
अपने ही देश में तकरीबन आम की 1,000 किस्में ऐसी हैं, जिन का व्यावसायिक तौर पर उत्पादन किया जा सकता है, लेकिन इस में से बहुत कम ऐसी किस्में हैं, जिन का उत्पादन व्यावसायिक निर्यात के नजरिए से किया जाता है.
बृहस्पति कुमार पांडेय
आम की अनेक व्यावसायिक किस्में

अगर देखा जाए, तो देश में उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और केरल आम का सब से ज्यादा उत्पादन करते हैं.

गवरजीत

अलग तरह की मिठास और सुगंध के लिए पूरी दुनिया में विख्यात उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में उगाया जाने वाला गवरजीत आम, जो भी एक बार खाता है, इस का मुरीद हो जाता है.

आम की यह प्रजाति सब से पहले बाजार में पक कर आ जाती है यानी यह आम की अर्ली प्रजाति है. इस की आवक दशहरी के पहले शुरू होती है. जब तक डाल की दशहरी आती है, तब तक यह खत्म हो जाता है.

यह आम देखने में देशी आम के साइज का होता है, लेकिन इस का रेट दशहरी से 3 गुना ज्यादा होता है पूर्वांचल के बस्ती जिले से प्रसारित हुआ यह आम आज पूरे पूर्वांचल में अपनी महक बिखेर रहा है.

गवरजीत आम की एक खासीयत यह भी है कि इसे कार्बाइड से नहीं पकाया जाता है. ठेले पर आम पत्तों के साथ नजर आता है, जिस से उस की अलग पहचान होती है. अपने स्वाद और क्वालिटी के चलते गवरजीत आम दूसरी किस्मों से महंगा भी होता है.

पूर्वांचल के गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बस्ती और संतकबीर नगर जिलों के लाखों लोगों को आम के सीजन में इस का इंतजार रहता है.

जर्दालू

आम की यह किस्म बिहार की एक प्रसिद्ध किस्म है ऐसा माना जाता है कि इस की उत्पत्ति बिहार के भागलपुर जिले में हुई है. भागलपुर एवं इस के आसपास के इलाकों में इस की बागबानी बड़े पैमाने पर की जाती है. फल की उच्च गुणवत्ता के कारण यह किस्म भी पड़ोसी राज्यों में काफी लोकप्रिय है.

इस के पेड़ बड़े एवं पेड़ों यानी छत्रक का फैलाव सामान्य से थोड़ा अधिक होता है. यह एक अगेती किस्म है. पेड़ों में मंजर जनवरी के अंतिम सप्ताह में निकलना शुरू होता है एवं 20-25 फरवरी तक निकलते रहते हैं. जून के प्रथम सप्ताह में फल पकने लगते हैं.

इस के फल काफी बड़े एवं स्वादिष्ठ होते हैं. फल मध्यम आकार से थोड़े बड़े, लंबे (साधारणतया 10.6 सैंटीमीटर लंबे एवं 6.6 सैंटीमीटर चौड़े या मोटे) होते हैं. औसतन एक फल 205 210 ग्राम वजन का होता है. फल का ऊपरी भाग चौड़ा और निचला भाग पतला एवं गोलाकार होता है.

Denne historien er fra May First 2024-utgaven av Farm and Food.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra May First 2024-utgaven av Farm and Food.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA FARM AND FOODSe alt
फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट
Farm and Food

फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट

उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड

time-read
2 mins  |
November 2024
'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित
Farm and Food

'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित

भारत में काम करने वाली संस्था 'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' से जुड़े 3 अधिकारियों संस्थापक ट्रस्टी सुनील वर्गीस, संस्थापक ट्रस्टी राजेंद्र पाठक और प्रोजैक्ट हैड सुनील पांडेय को गरीबी उन्मूलन और जीरो हंगर पर काम करने के लिए 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से नवाजा गया.

time-read
1 min  |
November 2024
लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान
Farm and Food

लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान

पहली बार बड़े लैवल पर 'फार्म एन फूड' पत्रिका द्वारा राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' का आयोजन लखनऊ की संगीत नाटक अकादमी में 17 अक्तूबर, 2024 को किया गया, जिस में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से आए तकरीबन 200 किसान शामिल हुए और खेती में नवाचार और तकनीकी के जरीए बदलाव लाने वाले तकरीबन 40 किसानों को राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से सम्मानित किया गया.

time-read
8 mins  |
November 2024
बढ़ेगी मूंगफली की पैदावार
Farm and Food

बढ़ेगी मूंगफली की पैदावार

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 7 अक्तूबर, 2024 को मूंगफली पर अनुसंधान एवं विकास को उत्कृष्टता प्रदान करने और किसानों की आय में वृद्धि करने हेतु मूंगफली अनुसंधान निदेशालय, जूनागढ़ के साथ समझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए.

time-read
1 min  |
October 2024
खाद्य तेल के दामों पर लगाम, एमआरपी से अधिक न हों दाम
Farm and Food

खाद्य तेल के दामों पर लगाम, एमआरपी से अधिक न हों दाम

केंद्र सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के सचिव ने मूल्य निर्धारण रणनीति पर चर्चा करने के लिए पिछले दिनों भारतीय सौल्वेंट ऐक्सट्रैक्शन एसोसिएशन (एसईएआई), भारतीय वनस्पति तेल उत्पादक संघ (आईवीपीए) और सोयाबीन तेल उत्पादक संघ (सोपा) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की.

time-read
1 min  |
October 2024
अक्तूबर महीने में खेती के खास काम
Farm and Food

अक्तूबर महीने में खेती के खास काम

यह महीना खेतीबारी के नजरिए य से बहुत खास होता है इस महीने में जहां खरीफ की अधिकांश फसलों की कटाई और मड़ाई का काम जोरशोर से किया जाता है, वहीं रबी के सीजन में ली जाने वाली फसलों की रोपाई और बोआई का काम भी तेजी पर होता है.

time-read
10 mins  |
October 2024
किसान ने 50 मीट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडारगृह बनाया
Farm and Food

किसान ने 50 मीट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडारगृह बनाया

रकार की मंशा है कि खेती लाभ का धंधा बने. इस के लिए शासन द्वारा किसान हितैषी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.

time-read
1 min  |
October 2024
खेती के साथ गौपालन : आत्मनिर्भर बने किसान निर्मल
Farm and Food

खेती के साथ गौपालन : आत्मनिर्भर बने किसान निर्मल

आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना का लाभ ले कर उन्नत नस्ल का गौपालन कर किसान एवं पशुपालक निर्मल कुमार पाटीदार एक समृद्ध पशुपालक बन गए हैं.

time-read
1 min  |
October 2024
जीआई पंजीकरण से बढ़ाएं कृषि उत्पादों की अहमियत
Farm and Food

जीआई पंजीकरण से बढ़ाएं कृषि उत्पादों की अहमियत

हमारे देश में कृषि से जुड़ी फल, फूल और अनाज की ऐसी कई किस्में हैं, जो केवल क्षेत्र विशेष में ही उगाई जाती हैं. अगर इन किस्मों को उक्त क्षेत्र से इतर हट कर उगाने की कोशिश भी की गई, तो उन में वह क्वालिटी नहीं आ पाती है, जो उस क्षेत्र विशेष \" में उगाए जाने पर पाई जाती है.

time-read
7 mins  |
October 2024
पराली प्रबंधन पर्यावरण के लिए जरूरी
Farm and Food

पराली प्रबंधन पर्यावरण के लिए जरूरी

मौजूदा दौर में पराली प्रबंधन का मुद्दा खास है. पूरे देश में प्रदूषण का जहर लोगों की जिंदगी तबाह कर रहा है और प्रदूषण का दायरा बढ़ाने में पराली का सब से ज्यादा जिम्मा रहता है. सवाल उठता है कि पराली के जंजाल से कैसे निबटा जाए ?

time-read
4 mins  |
October 2024