भागदौड़ भरी इस जीवनशैली में आज हम कई तरह की बीमारियों से ग्रस्त हो चुके हैं। इसकी वजह यह भी है कि जब हमें कोई बीमारी हो जाती है, तभी हम अपना ख़्याल रखना शुरू करते हैं, जबकि हमें कोई बीमारी ना हो और हम स्वस्थ रहें, इसके लिए हमें पहले से ही जागरूक होना होगा। खासकर महिलाओं को अपनी हेल्थ को लेकर ज्यादा जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्हें बस दूसरों का ख़्याल होता है, लेकिन जब खुद की हेल्थ की बात आती है तो महिलाएं अक्सर लापरवाही करती हैं, जोकि आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए बेहद जरूरी है कि हम समयसमय पर स्वास्थ्य की नियमित जांच करवाती रहें, जिससे आने वाले खतरे का पता चल सके।
स्क्रीनिंग टेस्ट का लाभ
स्क्रीनिंग टेस्ट का लाभ यह है कि इससे सही अर्थों में आपकी जान बच सकती है। जी हां, जब किसी बीमारी का पता शुरू में ही चल जाता है तो इससे निपट सकते हैं, क्योंकि बीमारी के फैलने और अनियंत्रित होने से पहले उसे संभाला जा सकेगा। आखिरकार इसका लाभ यह होगा कि स्वास्थ्य की आपकी स्थिति बेहतर होगी और आप एक ऑर्गेनिक जीवनशैली की ओर बढ़ेंगी । क्लिनिक एप्प के सीईओ सतकाम दिव्या इस बारे के में बताती हैं कि एक महिला को कौन-कौन से स्क्रीनिंग टेस्ट करवाते रहना चाहिए।
1. कोलेस्ट्रॉल की जांच
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