आजकल की भागतीदौड़ती दुनिया में जिस के पास बढ़िया कमाई और अच्छी सेहत है वह जिंदगी का भरपूर मजा ले सकता है और यह उस का हक भी है पर जब सेहत को कंट्रोल करने की बात आती है तो अमूमन यह समझ नहीं आता कि अगर जिम जौइन करना है तो उस के लिए नियमित समय कैसे दिया जाए?
इस की वजह है हमारे काम करने की टाइमिंग का अनियमित होना और बजट से बाहर की फीस. इस के अलावा काम के घंटे और औफिस आनेजाने में लगने वाला समय हमें मानसिक व शारीरिक रूप से इतना थका देता है कि फिर जिम जाने के बारे में सोचना भी भारी लगने लगता है.
पर जहां समस्या होती है, हल भी उसी के आसपास होता है. क्यों न घर में जिम बना लिया जाए? पहली नजर में यह आइडिया आप की जेब ढीली करता नजर आएगा और साथ ही यह बात भी जरूर दिमाग में कौंधेगी कि घर पर जिम बनाना तो अमीरों के चोंचले हैं पर अब जब लोगों की कमाने की ताकत बढ़ गई है तो ऐसा होना असंभव भी नहीं है.
जिम की जगह और सामान
Denne historien er fra August 2022-utgaven av Mukta.
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'ममाज बौयज' होना गलत नहीं है, बल्कि इस से सहानुभूति और कोमल व्यवहार ही मिलता है मगर अपनी मां पर हर काम के लिए निर्भर रहना कमजोर भी बना सकता है.
भ्रामक प्रचार करते फूड व्लॉगर्स
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