बौलीवुड में हर इंसान को संघर्ष करना ही पड़ता है पर कुछ लोगों का संघर्ष तो बहुत ही अजीबोगरीब होता है. ऐसे ही एक कलाकार हैं हेमवंत तिवारी हौलीवुड कलाकार एरिक रौबर्ट्स और नताशा हेनस्ट्रिज के साथ इंटरनैशनल वैब सीरीज 'मदीनाह' में अभिनय कर चुके अभिनेता हेमवंत तिवारी सब से पहले 2013 में चर्चा में आए थे जब उन के अभिनय से सजी लघु फिल्म 'जिंदगी खूबसूरत है' का प्रदर्शन कांस इंटरनैशनल फिल्म फैस्टिवल में हुआ था.
इस फिल्म से पहले वे 2 फिल्मों में बतौर हीरो अभिनय कर चुके हैं. मगर उन 2 फिल्मों के साथ ही उन की इंटरनैशनल वैब सीरीज 'मदीनाह' भी अब तक प्रदर्शित नहीं हो पाई है पर हमेशा दूसरों से अलग काम करने की ख्वाहिश रखने वाले हेमवंत तिवारी ने हार नहीं मानी. एक बार फिर वे चर्चा में हैं. इस बार वे विश्व की पहली वन शौट ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म 'लोमड़' को ले कर चर्चा में हैं, जिसे 24 विभिन्न इंटरनैशनल फिल्म फैस्टिवलों में पुरस्कृत किया जा चुका है और जिस का लेखन व निर्देशन करने के साथ ही हेमवंत तिवारी ने उस में अभिनय भी किया है. लंबी जद्दोजेहद के बाद हेमवंत तिवारी की अपनी फिल्म 'लोमड़ अब सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो चुकी है. इसी संदर्भ में हेमवंत तिवारी से लंबी बातचीत हुई.
अपनी अब तक की यात्रा पर रोशनी डालेंगे?
मेरी परवरिश आर्मी बैकग्राउंड में हुई है. मेरे पिताजी आर्मी औफिसर रहे हैं जबकि मेरी मां अवकाशप्राप्त शिक्षिका हैं. मेरी शिक्षा दिल्ली के धौलाकुंआ मिलिट्री स्कूल में हुई है जहां मुझे अल्फर्ड हिचकौक और चार्ली चैप्लिन सहित कई विश्वस्तर के लोगों की फिल्में देखने का अवसर मिला और मेरे अंदर सिनेमा के प्रति रुचि जागृत हुई. 12वीं के बाद मैं ने दिल्ली में ही कौल सैंटर की नौकरी करते हुए कौरेस्पोंडेंस से इंग्लिश औनर्स किया. उस के बाद मुंबई आ कर बैरी जौन ऐक्टिंग स्कूल से ऐक्टिंग का प्रशिक्षण हासिल किया. फिर मुझे राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म 'दिल्ली 6' में एक छोटा किरदार निभाने का अवसर मिला. वहां पर मेरी मुलाकात अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन व सोनम कपूर से हुई.
फिल्म 'दिल्ली 6' करने के बाद संघर्ष में कुछ कमी आई थी या नहीं?
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