विपक्ष मान को ट्रोल करने के लिए उनके ही लोकप्रिय राजनीतिक व्यंग्य, कुल्फी गरमा-गरम- जो उन्होंने तब बनाए थे जब वे कॉमेडी किया करते थे-के क्लिप्स का उपयोग कर रहा है. विपक्ष ने अब सार्वजनिक महत्व के मामलों पर राज्य सरकार की सलाहकार समिति के अध्यक्ष के रूप में राज्यसभा सांसद और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी राघव चड्ढा की नियुक्ति को लेकर मान पर हमले शुरू किए हैं.
मान शुरू से ही विपक्ष के "आप के दिल्ली दरबार" से नियंत्रित "रबड़ स्टाम्प सीएम" होने के आरोप को खारिज करते रहे हैं. इन आरोपों को झूठा साबित करने के लिए, मुख्यमंत्री उन दो खास चीजों को दिखाने का जोर-शोर से प्रयास कर रहे हैं जिसके लिए आप जानी जाती है- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया और शिक्षा प्रणाली में सुधार. सरकार कांग्रेस के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों पर तेजी से कार्रवाई कर रही है. मान ने 24 मई को भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद अपने ही मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त करके वाहवाही लूटी थी. आरोप था कि सिंगला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लिए मंजूर किए जाने वाले हर ठेके पर एक फीसद कमिशन मांग रहे थे. मामला दर्ज कर सिंगला को गिरफ्तार कर लिया गया.
राज्य के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने 'शिक्षा के दिल्ली मॉडल' की तर्ज पर पंजाब में भी शिक्षा पर सरकार के विशेष जोर के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह पंजाब के सरकारी स्कूलों के मानकों को ऊपर उठाया जाएगा और युवा उद्यमी कार्यक्रम को शामिल किया जाएगा. सरकार ने इस साल स्कूली शिक्षा पर खर्च के लिए 14,000 करोड़ रुपए-राज्य के बजट का 9 फीसद - निर्धारित किए हैं.
Denne historien er fra August 03, 2022-utgaven av India Today Hindi.
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नहरें: थीं तो बेशक ये पानी के ही लिए
सीवान शहर के पास जुड़कन गांव के कृष्ण कुमार अपने गांव में खुदी पतली-सी नहर की पुलिया पर बैठे मिले. ऐन नहर के किनारे उनका पंपसेट लगा था, जिससे वे अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे. वे नहर के बारे में पूछते ही उखड़ गए और कहने लगे, \"50 साल पहले नहर की खुदाई हुई थी. हमारे बाप-दादा ने भी इसके लिए अपनी जमीन दी. हमारा दस कट्ठा जमीन इसमें गया. जमीन का पैसा मिल गया था. मगर इस नहर में एक बूंद पानी नहीं आया. सब जीरो हो गया, जीरो पानी आता तो क्या हमको पंपसेट में डीजल फूंकना पड़ता.\"