यह सब दो महीने पहले शुरू हुआ, जब 7 जुलाई को तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल के 60 से ज्यादा साथियों ने सामूहिक इस्तीफे देकर उन्हें गद्दी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. बाद के हफ्तों में कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने मतदान के कई दौर के जरिए पार्टी नेता के पद के लिए दो उम्मीदवारों को चुना: पूर्व चांसलर ऑफ द एक्सचेकर या वित्त मंत्री ऋषि सुनक और ट्रस. फिर 138 वर्षों में ब्रिटेन की सबसे तेज तपती गर्मियों में दोनों पार्टी सदस्यों के बहुमत का समर्थन पाने के लिए मुकाबले में उतरे. मुकाबला कड़ा था. शुरुआत में सुनक को अच्छी बढ़त हासिल थी, लेकिन करों में कटौती करने, कीमतों में स्थिरता लाने और ब्रिटिश अर्थव्यवस्था को झंझावात से निकालकर बेहतर हालात में पहुंचाने के ट्रस के वादे ने ज्यादा आकर्षित किया-करीब 57 फीसद उनके पक्ष में चले गए.
ट्स 2024 के अगले चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगी. उनकी तत्काल प्राथमिकता होगी यूके को 1950 के दशक के बाद जीवनयापन की लागत के बदतरीन संकट से निकालने के लिए हफ्ते भर में 'योजना' तैयार करने का अपना वादा पूरा करना. उन्होंने वादा किया है कि वे गैस और बिजली के दामों की ‘अधिकतम सीमा' तय करेंगी और ब्रिटिश अर्थव्यवस्था को सुस्ती से बचाएंगी, साथ ही महामारी के बाद बहाली के लिए जूझ रहे स्थानीय कारोबारों और सेवाओं की हिफाजत करेंगी.
Denne historien er fra September 21, 2022-utgaven av India Today Hindi.
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