पत्रकार पी. साईनाथ की ताजातरीन किताब का शीर्षक है - द लास्ट हीरोज यानी आखिरी नायक किताब में शामिल आजादी के हरकारों के साथ किताब के लेखक पर भी लागू होता है. वजह ये है कि मीडिया के अक्सर व्याकुल और विभाजित लैंडस्केप पर साईनाथ भारतीय पत्रकारिता के बहुत थोड़े-से नायकों में हैं. इसमें दो राय नहीं कि वे भारत के बचेखुचे अकेले नामचीन पत्रकार हैं जिन्होंने उन ग्रामीण गरीबों के दुःख-दर्द पर ध्यान देने को अपना लक्ष्य बनाया. वे देहाती हिंदुस्तानी जो अब भी देश की विशाल बहुसंख्या का निर्माण करते हैं और जिन्हें सरकार तथा मीडिया ने भी भुलाया और एक तरफ छोड़ा हुआ है.
पूरी जिंदगी जिस काम को वे करते आए, उसी को आगे बढ़ाते हुए द लास्ट हीरोज में साईनाथ आमफहम लोगों की, "किसानों, भूमिहीन मजदूरों, कामगारों, हरकारों, वनोपज बीनने वालों, घर बनाने वालों, घरेलू नौकरों... यहां तक कि कुलीन जमींदार परिवारों के दो-एक बागी सदस्यों की भी " कहानियां सुनाते हैं. वे उन लोगों की दास्तां सुनाते हैं जिनकी बहादुरी को न कभी मान्यता दी गई और न जिसे सेलिब्रेट किया गया. ओडिशा के बाजी मोहम्मद को ही लीजिए, जिनका 2013 में 103 बरस की उम्र में इंतकाल हुआ. वे गांधी से मिले थे और जिन्हें ओडिशा लौट जाने की सख्त हिदायत दी गई थी. गांधी ने मोहम्मद से कहा, "जेल जाओ, लाठी खाओ. देश के लिए बलिदान दो."
Denne historien er fra December 21, 2022-utgaven av India Today Hindi.
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विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं
अब शासन का माझी मंत्र
मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे
कुछ न कर पाने की कसक
कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.
पुलिस तक पर्याप्त नहीं
गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.
आग से निबटने के इंतजाम धुआं
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग की चपेट में आने से 12 नवजात शिशुओं की मौत ने अस्पतालों के सुरक्षा प्रबंधों पर गंभीर सवाल खड़े किए
तकनीक के नए क्रांतिदूत
भारत धीरे-धीरे ही सही लेकिन दुनिया के लिए डिजिटल फैक्टरी की अपनी भूमिका से बाहर निकल रहा है.
ऐसे तो न चल पाएगा
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल ने हाल ही एक ऑनलाइन बैठक के दौरान पार्टी की बंगाल इकाई के नेताओं को आगाह किया कि वे उनकी (बंसल की) कुख्यात छवि को ध्यान में रखें.
बादल के संकट
खिरकार, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) आ के प्रमुख सुखबीर बादल को इस्तीफा देना ही पड़ा. करीब 16 साल तक बतौर अध्यक्ष पार्टी की कमान संभाले रहे पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री को पार्टी के भीतर गुटबाजी और सिख धर्मगुरुओं के बढ़ते दबाव के कारण पद छोड़ना पड़ा.
शादी का म्यूजिकल
फ़ाज़ा जलाली पृथ्वी थिएटर फेस्टिवल में इस बार भारतीय शादियों पर मजेदार म्यूजिकल कॉमेडी रनअवे ब्राइड्स लेकर हाजिर हुईं