आसान नहीं होता पैसे का प्रबंधन. ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई इस जरूरी जीवन कौशल पर ध्यान नहीं देती. माता-पिता, भाई-बहनों और दोस्तों को हम अनजाने में ही रुपए-पैसों संबंधी गलतियां करते हुए देखते हैं. इसके अलावा, आसान कर्ज, अलग-अलग राय, अलग-अलग प्लेटफार्मों पर वित्त संबंधी परस्पर विरोधी सलाह और वित्तीय शब्दजाल अलग चुनौती पेश करते हैं. हमारे पास तुलना करने और ध्यान भटकाने को बहुत सी चीजें हों तो हम स्वाभाविक रूप से वित्तीय गलतियां कर बैठते हैं.
पैसे से जुड़ी गलतियां होती रहती हैं. अगर आपको भी ऐसी किसी गलती का पछतावा है तो आप कोई अकेले नहीं हैं, यह स्वाभाविक है. आपकी उम्र, जीवन का चरण या मौजूदा माली हालत जैसी भी हो, पैसे से जुड़ी गलतियों और उनसे बचने के तरीके समझकर आप वित्तीय आजादी के मार्ग पर आ सकते हैं. शुरुआत कहां से करनी है, यह जानना एक चुनौती हो सकता है. अक्सर गलती का एहसास होने से पहले कई गलतियां हो चुकी होती हैं और उसके गंभीर वित्तीय नतीजे निकल चुके होते हैं.
वित्तीय सलाह अक्सर आसान लगती है- ज्यादा बचत करें, कम खर्च करें, पर्याप्त बीमा कराएं, वित्तीय योजना बनाएं और सही निवेश करें, कुछ ऐसे वाक्यांश हैं जो सुनने में आसान लगते हैं. पर ऐसा करते रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और यह पता लगाना ज्यादा मुश्किल हो सकता है कि किस पर अमल करना मुनासिब होगा. पैसे से जुड़ी गलतियां यकीनन सबकी अलग-अलग तरह की होती हैं. मसलन, कार लोन महंगा है लेकिन दफ्तर जाने के लिए आपको कार की जरूरत है और यह आपके वर्क प्रोफाइल को बढ़ाता है, जब हमारे वित्तीय जीवन की बात आती है, तो हकीकत से मुंह चुराने को जी चाहता है, जिसके कुछ नतीजे आर्थिक रूप से विनाशकारी हो सकते हैं.
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