रागों के ये ऊंचे राजदार
India Today Hindi|January 04, 2023
भारतीय शास्त्रीय संगीत कोई ठोस और ठहरी हुई चीज नहीं है. सांसों के स्पंदन के साथ इसने आकार लिया है. पिछली सदी की इसकी यात्रा इसकी जीवंत गतिशीलता की गवाह रही है. वे दस नक्षत्र जिन्होंने इसका व्याकरण रचा
गौरव मजूमदार
रागों के ये ऊंचे राजदार

एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी

(1916-2004)

गरीब देवदासी परंपरा से ताल्लुक रखने वालीं एम.एस. की भावपूर्ण और दैवी आवाज पहेली जैसी है. उन्होंने कर्नाटक संगीत को ऐसी आवाज दी, जो पहले नहीं सुनी गई। और उसे विश्व संगीत मंच पर स्थापित कर दिया. वे संयुक्त राष्ट्र में गाने वाली पहली भारतीय संगीतकार और भारत रत्न से सम्मानित होने वाली भी पहली महिला संगीतकार थीं. एम. एस. आध्यात्मिक मंत्रों और कर्नाटक कृतियों के गायन से घर-घर में पहचानी गईं.

पंडित रविशंकर 

(1920-2012)

समूचे भारत में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने और फिर उसे दुनिया के बाकी हिस्सों में ले जाने वाले पंडित रविशंकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी और किसी पहेली की तरह हैं. भारतीय संगीत की उनकी नई व्याख्या आज भी मंचीय संगीतकारों के लिए मंत्र बनी हुई है. भारतीय और पश्चिमी वाद्ययंत्रों और कलाकारों के साथ युगलबंदी, आर्केस्ट्रा रचनाएं, मूल रागों की रचना और सबसे बढ़कर, बड़े पैमाने पर संगीत शिक्षा में उनका योगदान बेजोड़ है. आज उनके शिष्य पूरी दुनिया में हैं, भारतीय संगीत को और आगे ले जा रहे हैं और उनकी बेजोड़ विरासत को करीने से संभाले हुए हैं.

पंडित मलिकार्जुन मंसूर 

(1910-1992)

एकदम जमीन के आदमी मंसूरजी दुर्लभ रागों और बंदिशों को अपनी सरल पर विचारोत्तोजक प्रस्तुति, विस्तार और व्याख्या के साथ संगीत मंच पर ले आए. मंसूरजी के अनुयायी अनेक थे और उन्हें हिंदुस्तानी संगीत गायिकी के एक सच्चे साधक के रूप में पूजा जाता था. वे जयपुर-अतरौली घराने के सच्चे प्रतिनिधि थे.

बेगम अख्तर 

(1914-1974)

अपने सुर में उदासी का स्पर्श लिए महान गायिका गजल और ठुमरी गायन की सर्वोच्च शख्सियत बनी हुई हैं. उनके सुर मानो सीधे दिल से निकलते थे, जिनमें उनके जीवन के अनुभव गुंथे हुए थे. उनकी आवाज निराली और अमर है. बेगम अख्तर ने गजल गायन की एक अलग शैली विकसित की. उनमें बोल एकदम शुद्ध और साफ होते थे. उनकी शैली आज के गायकों के लिए पथ-प्रदर्शक बनी हुई है.

Denne historien er fra January 04, 2023-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra January 04, 2023-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
शोख सनसनी दिल्ली की
India Today Hindi

शोख सनसनी दिल्ली की

आर्ट क्यूरेटर, परोपकारी और सोशल मीडिया सनसनी शालिनी पासी नेटफ्लिक्स की सीरीज फैबुलस लाइव्ज वर्सज बॉलीवुड वाइव्ज में शिरकत करने के बाद मिली शोहरत का मजा ले रहीं

time-read
1 min  |
December 04, 2024
पाइ पटेल की भारत यात्रा
India Today Hindi

पाइ पटेल की भारत यात्रा

यान मार्टेल के चर्चित उपन्यास लाइफ ऑफ पाइ पर फिल्म भी बनी. और अब यह पुरस्कार विजेता नाटक

time-read
2 mins  |
December 04, 2024
कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की
India Today Hindi

कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की

धूमीमल गैलरी में चल रही प्रदर्शनी ज्वॉइनिंग द डॉट्स दिल्ली के सांस्कृतिक दिल कनॉट प्लेस के चिरस्थायी आकर्षण को एक तरह की आदरांजलि

time-read
3 mins  |
December 04, 2024
हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी
India Today Hindi

हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी

फिल्मकार पायल कपाडिया इन दिनों एक अलग ही रंगत में हैं. वजह है उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट और उन्हें मिल रही विश्व प्रसिद्धि. उनका सफर एक बड़े सिनेमाई मुकाम पर जा पहुंचा है. अब यहां से इस जुनूनी आर्टिस्ट का करियर एक नई उड़ान लेने को तैयार

time-read
7 mins  |
December 04, 2024
रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते
India Today Hindi

रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते

पिछले महीने 86 वर्ष की उम्र में दिवंगत हुए रतन टाटा. भारत की सबसे पुरानी विशाल कंपनी के चेहरे रतन को हम में से ज्यादातर लोगों ने जब भी याद किया, वे एक सुविख्यात सार्वजनिक शख्सियत और दूसरी ओर एक रहस्यमय पहेली के रूप में नजर आए.

time-read
8 mins  |
December 04, 2024
विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
India Today Hindi

विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश

अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं

time-read
6 mins  |
December 04, 2024
अब शासन का माझी मंत्र
India Today Hindi

अब शासन का माझी मंत्र

मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे

time-read
6 mins  |
December 04, 2024
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
India Today Hindi

होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग

अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे

time-read
4 mins  |
December 04, 2024
कुछ न कर पाने की कसक
India Today Hindi

कुछ न कर पाने की कसक

कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.

time-read
2 mins  |
December 04, 2024
पुलिस तक पर्याप्त नहीं
India Today Hindi

पुलिस तक पर्याप्त नहीं

गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.

time-read
3 mins  |
December 04, 2024