उतराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी सहित पार्टी के कई पदाधिकारी उस यात्रा में मौजूद थे. लेकिन वसुंधरा राजे पूरे जिले में इस यात्रा में शामिल नहीं हुईं. 19 सितंबर को परिवर्तन संकल्प यात्रा बारां जिले से झालावाड़ जिले में प्रविष्ट हुई तब भी राजे साथ नहीं थीं. बांसवाड़ा संभाग के बेणेश्वर धाम से 3 सितंबर को शुरू हुई भाजपा की दूसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा का समापन 21 सितंबर को कोटा के नयापुरा में हुआ. यात्रा के समापन में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा सहित कई पदाधिकारी पहुंचे, लेकिन राजे और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह वहां भी मौजूद नहीं थे.
असल में, राजस्थान में भाजपा की चार अलग-अलग जगहों से रवाना हुईचार परिर्वतन यात्राओं की शुरुआत के अवसर पर राजे मंच पर नजर आई थीं, लेकिन उसके बाद उन्होंने इन यात्राओं से दूरी बना ली. सवाई माधोपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जैसलमेर के रामदेवरा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ राजे मंच पर मौजूद थीं. उसके बाद इन यात्राओं की कमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी. पी. जोशी (मेवाड़, वागड़ और हाड़ौती), केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (मारवाड़ और थार), विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (जयपुर, भरतपुर) और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा विधानसभा में उपनेता सतीश पूनियां (बीकानेर संभाग) और कुछ अन्य नेता संभालते नजर आए.
Denne historien er fra October 11, 2023-utgaven av India Today Hindi.
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