टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा एशिया कप में भारत की जोरदार जीत के बाद प्रेस के सवालों का जवाब देना अभी शुरू कर ही रहे थे कि बाहर पटाखों की कानफोडू आवाज ने उन्हें बीच में ही रोक दिया. वे ठहरे, शोर थमने का इंतजार किया, और फिर एकाएक स्वभाववश बोल पड़े, "वर्ल्ड कप जीतने के बाद फोड़ो, यार !" रोहित ने यह बात मजाक में कही थी, पर इसमें क्रिकेट के दीवाने देश का मिजाज समाया है, जो एम. एस. धोनी की अगुआई में भारतीय टीम के 2011 का विश्व कप जीतने के बाद विश्व स्तर पर कोई खिताब न जीत पाने की तकलीफ महसूस कर रहा है.
1983 में पहली बार कपिल देव ने विश्व कप ट्रॉफी उठाई थी, इसके बाद भारत को 28 साल इंतजार करना पड़ा. 2011 के बाद क्या इस बार रोहित शर्मा की वाहवाही होगी
उस तकलीफ को खत्म करने के लिए ओडीआइ (वन-डे इंटरनेशनल) विश्व कप के 2023 संस्करण से बेहतर वक्त और जगह दूसरी नहीं हो सकती. धोनी के धुरंधरों ने जब कप जीता और जब कपिल के जांबाजों ने 1983 में पहली बार कप जीता था, दोनों के बीच अगर 28 साल का लंबा फासला था, तो उम्मीद यह है कि 'रोहित के रंगदार' इसी संस्करण में यह गतिरोध तोड़ देंगे.
ओडीआइ विश्व कप को क्रिकेट का जी20 माना जाता है, यानी सफेद गेंद से खेले जाने वाले खेल के सीमित ओवरों के संस्करण का शिखर. 1975 में एकदिवसीय क्रिकेट की शुरुआत के बाद से ही विश्व कप क्रिकेट के शानदार और आकर्षक आयोजन की तरह उभरा है, जिसे विश्वव्यापी स्वीकृति मिली और इनाम की धनराशि भी सबसे ज्यादा है. 2023 के संस्करण में इनामों के बटुए में कुल 1 करोड़ डॉलर रुपए हैं. पिछला संस्करण दुनिया भर में कुल मिलाकर 1.6 या 83.3 करोड़ अरब दर्शकों ने लाइव देखा. इस बार कम से कम 40 फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद की जा सकती है, जब विश्व कप का कारवां 10 जगहों से गुजरेगा और जिसमें 54 दिनों में कुल 48 मैच खेले जाएंगे.
2011 के फाइनल में छक्का मारकर जीत दिलाते धोनी की तस्वीर भारतीय क्रिकेट फैंस के दिमाग में अंकित हो गई है
भारत की ताकत
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