अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के पहले चरण की समाप्ति से ठीक पहले शुरू होने वाला रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट का दूसरा चरण जाएगा. यह 236 एकड़ का एक दूरदर्शी निर्माण कोई मामूली नहीं होगा, 4,600 करोड़ रु. की लागत वाला निर्माण भारत की 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी का शोपीस भी होगा. यह एक नीले रिबन की तरह दिखने वाला विस्तारित रिवरफ्रंट होगा.
स्पोर्ट्स एन्क्लेव से शुरू करके 5.5 किलोमीटर तक दोनों तरफ के तटों को विकसित करने से जुड़े रिवरफ्रंट परियोजना के दूसरे चरण को 2020 में 850 करोड़ रुपए के शुरुआती बजट के साथ मंजूरी दी गई थी और इसे पर्यावरण मंजूरी भी मिल चुकी है. इस क्रम में व्यापक सड़क नेटवर्क के अलावा सैरगाह, पार्क, फूड प्लाजा, एम्फीथिएटर और मनोरंजन की अन्य साधन विकसित किए जाने हैं. इसे पूरा करने में अनेक बाधाएं हैं और बहुत कम समय इनमें से एक है.
इस सदी की शुरुआत के आसपास 'अहमदाबाद को उसकी नदी के साथ फिर जोड़ने' की मंशा के साथ आकार लेने वाली रिवरफ्रंट परियोजना के पहले चरण में शहर के बीच से गुजरने वाले 11.5 किलोमीटर के हिस्से को विकसित किया गया जिसका उद्घाटन 2012 में हुआ. इसे बढ़ाकर 26.65 किलोमीटर किया जाना है, जिससे यह अगले 15 वर्षों में कई चरणों में सीधे तौर पर राज्य की राजधानी गांधीनगर से जुड़ जाएगा. ये जुड़वां शहर जीवंत महानगर के तौर पर उभर रहे हैं, जिन्हें अंततः एक प्रशासनिक प्राधिकरण के जरिये प्रशासित किया जा सकता है.
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