अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण भारतीय बंदरगाह दुनिया के लिए एक अहम द्वार बनाते हैं. वे दक्षिणपूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका को जोड़ते हैं. केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल बता रहे हैं कि भारतीय बंदरगाहों और उनसे संबंधित क्षेत्रों ने 2014 के बाद से कितनी तेजी से तरक्की की है.
सागरमाला
पिछले साल में सागरमाला कार्यक्रम के तहत उठाए गए विभिन्न कदमों ने बंदरगाहों की समग्र परिचालन लागत घटाई है. वहीं, जहाजों की आवाजाही से जुड़ी पूरी प्रक्रिया में लगने वाला समय (टर्नअराउंड) घटा है, बड़े जहाजों को संभालने की क्षमता-दक्षता बढ़ी है और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारतीय बंदरगाहों का रणनीतिक महत्व बढ़ाने में भी मदद मिली है. नतीजतन, बंदरगाहों ने 2022-23 में भारत को रिकॉर्ड 450 अरब डॉलर मूल्य के माल परिवहन में सक्षम बनाया.
गति शक्ति
Denne historien er fra December 13, 2023-utgaven av India Today Hindi.
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