बहस आस्था की
India Today Hindi|February 07, 2024
अयोध्या में नए राम मंदिर का आखिर क्या महत्व है और इसका क्या असर होगा नए भारत पर ? उसकी राजनीति, जातिगत समीकरण और सांस्कृतिक पहचान आदि पर? इन्हीं अहम सवालों पर कुछ नेताओं, शिक्षाविदों, लेखकों और टिप्पणीकारों की राय
बहस आस्था की

अतीत पर नजर डालें तो कह सकते हैं कि राम जन्मभूमि मंदिर भारतीय समाज की आंतरिक दृढ़ता और सभ्यतागत पुनरुत्थान का प्रतीक है. पिछले कुछ दशकों से हम इसके गवाह रहे हैं. यह भगवान राम की एक बार फिर घर वापसी जैसा है, जो कि रामायण में उनके वनवास के बाद अयोध्या वापसी के समान है. मंदिर एक तरह से अपने पुरखों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और अगली पीढ़ियों से वादे का प्रतीक है. यह वादा कि हमारी संस्कृति कायम रहेगी, न सिर्फ कायम रहेगी बल्कि फलेगी-फूलेगी. भविष्य की दृष्टि से देखें तो मंदिर एक संकल्प का प्रतीक होगा. एक ऐसे संकल्प का कि फिर से राम राज्य की स्थापना की दिशा में बढ़ते राष्ट्र में आखिर हम किन ऊंचाइयों तक जा सकते हैं. हमें नए राम राज्य के निर्माण के लिए सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग करना चाहिए, जहां धर्म और सत्य सर्वोपरि हो. मैं भगवान राम पर राजनीति के बजाय राम की राजनीति देखना चाहता हूं.

नए राम मंदिर को राजनैतिक औजार में तब्दील करने के लिए इस वक्त तमाम उपाय किए जा रहे हैं. मानो यह भाजपा राज के लिए नए नजरिए और मिशन का प्रतीक हो. धर्मशास्त्रीय और टेक्नोक्रेटिक दोनों नजरिए से इस पर कवायद चल रही है. लेकिन तमाम तरह के लोकराग और सुनियोजित विज्ञापनों के बावजूद नया राम मंदिर अपनी पूरी मिथकीय ऊर्जा को नहीं जगा पाया है. भाजपा ने इसे ऐतिहासिक बदलाव बताने की भूल कर मिथक पर चोट की है और इस तरह उसने सामाजिकता के पहलू को भी नुक्सान पहुंचाया है. उसका पहला प्रहसन तो कामयाब होगा लेकिन लंबे समय में यह बेमानी हो जाएगा. इसे नई तरह का पुनरुत्थान कहना इतिहास में नहीं बल्कि विज्ञापन में फिट बैठता है. यह कोई भक्ति आंदोलन नहीं, यह धर्म के सुविधाजनक तरीके से इस्तेमाल की कोशिश है. धर्म की समन्वयकारी, संवाद बनाने की शक्ति खो गई है. मौजूदा किस्से में नैरेटिव वाली नजाकत और लचीलेपन का अभाव है. यह हुक्मनामे और फरमान की तरह ज्यादा लगता है.

Denne historien er fra February 07, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra February 07, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
फिर उसी बुलंदी पर
India Today Hindi

फिर उसी बुलंदी पर

वनडे विश्व कप के फाइनल में चौंकाने वाली हार के महज सात महीने बाद भारत ने जबरदस्त वापसी की और जून 2024 में टी20 विश्व कप जीतकर क्रिकेट की बुलंदियों एक को छुआ

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
आखिरकार आया अस्तित्व में
India Today Hindi

आखिरकार आया अस्तित्व में

यह एक भूभाग पर हिंदू समाज के स्वामित्व का प्रतीक था. इसके निर्माण से भक्तों को एक तरह की परिपूर्णता और उल्लास की अनुभूति हुई. अलग-अलग लोगों के लिए राम मंदिर के अलग-अलग अर्थ रहे हैं और उसमें आधुनिक भारत की सभी तरह की जटिलताओं- पेचीदगियों की झलक देखी जा सकती है

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
बंगाल विजयनी
India Today Hindi

बंगाल विजयनी

केवल आर. जी. कर और संदेशखाली घटनाक्रमों को गिनेंगे तो लगेगा कि 2024 ममता बनर्जी के लिए सबसे मुश्किल साल था, मगर चुनावी नतीजों का संदेश तो कुछ और ही

time-read
2 mins  |
January 08, 2025
सत्ता पर काबिज रहने की कला
India Today Hindi

सत्ता पर काबिज रहने की कला

सियासी माहौल कब किस करवट बैठने के लिए मुफीद है, यह नीतीश कुमार से बेहतर शायद ही कोई जानता हो. इसी क्षमता ने उन्हें मोदी 3.0 में एक मजबूत स्तंभ के तौर पर स्थापित किया

time-read
2 mins  |
January 08, 2025
शेरदिल सियासतदां
India Today Hindi

शेरदिल सियासतदां

विधानसभा चुनाव में शानदार जीत ने न केवल उनकी पार्टी बल्कि कश्मीर का भी लंबा सियासी इंतजार खत्म कराया. मगर उमर अब्दुल्ला को कई कड़ी परीक्षाओं से गुजरना पड़ रहा—उन्हें व की बड़ी उम्मीदों पर खरा उतरना है, तो जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिलने तक केंद्र से जूझना भी है

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
शूटिंग क्वीन
India Today Hindi

शूटिंग क्वीन

मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में बदलाव की शानदार पटकथा लिखी. अटूट इच्छाशक्ति से अतीत की निराशा को पीछे छोड़कर उन्होंने अपना भाग्य गढ़ा

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
नया सितारा पॉप का
India Today Hindi

नया सितारा पॉप का

दुनियाभर के विभिन्न मंचों पर धूम मचाने से लेकर भाषाई बंधन तोड़ने और पंजाबी गौरव का परचम फिर बुलंद करने तक, दिलजीत दोसांझ ने साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार किसी भी सीमा और शैली से परे होता है

time-read
2 mins  |
January 08, 2025
बातें दिल्ली के व्यंजनों की
India Today Hindi

बातें दिल्ली के व्यंजनों की

एकेडमिक, इतिहासकार और देश के सबसे पसंदीदा खानपान लेखकों में से एक पुष्पेश पंत की ताजा किताब फ्रॉम द किंग्ज टेबल टु स्ट्रीट फूड: अ फूड हिस्ट्री ऑफ देहली में है राजधानी के स्वाद के धरोहर की गहरी पड़ताल

time-read
1 min  |
January 08, 2025
दो ने मिलकर बदला खेल
India Today Hindi

दो ने मिलकर बदला खेल

हेमंत और कल्पना सोरेन ने झारखंड के राजनैतिक खेल को पलटते हुए अपनी लगभग हार की स्थिति को एक असाधारण वापसी में बदल डाला

time-read
3 mins  |
January 08, 2025
बवंडर के बीच बगूला
India Today Hindi

बवंडर के बीच बगूला

आप के मुखिया के लिए यह खासे नाटकीय घटनाक्रम वाला साल रहा, जिसमें उनका जेल जाना भी शामिल था. अब जब पार्टी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए दिल्ली पर राज करने की निर्णायक लड़ाई लड़ रही, सारी नजरें उन्हीं पर टिकीं

time-read
3 mins  |
January 08, 2025