कंप्यूटर स्क्रीन पर जूम कॉल चल रही है. बत्तीस लोग डायरी - पेन लिए दम साधे अपनी-अपनी स्क्रीन निहार रहे हैं. सब्ज़ बोर्ड पर चॉक से कुछ लिखा हुआ है. मतलब मालूम ना होने की वजह से ये अक्षर नहीं बल्कि आकृतियां लग रही हैं. छोटी-छोटी नाव जैसी कुछ, जिनके साथ कुछ बिंदियां लगी हुई हैं. बोर्ड के दाहिनी ओर सबसे ऊपर एक खड़ी पाई बनी दिख रही है. ऐसी ही एक दूसरी लकीर के सिरहाने बारीक सा निशान बना हुआ है. एकबार को ये खड़ी फसल पर मंडराते हंसिए का भ्रम देती है. बीस मिनट पहले शुरू हुई इस जूम कॉल में एक जादू अब बस घटने ही वाला है.
सब्ज़ बोर्ड वाली खिड़की से आवाज आती है, “अब बहुत ध्यान से बोर्ड पर देखेंगे कि कैसे हम अलिफ़ और बे समूह को जोड़ते हैं. आपने अभी सुना कि अलिफ़ नॉन कनेक्टर है, लेकिन बे समूह कनेक्टर है. तो होगा ये कि अलिफ़ के जुड़ने से बे अपनाएगा शॉर्ट फॉर्म और नीचे नुक़्ते के साथ कटोरीनुमा बे का बायां हिस्सा ऊपर की तरफ बढ़ा देने से 'ब' बन जाएगा 'बा', ऐसे ही बनेंगे पा, ता, टा, सा. आपके लिए इसे दुहरा रहा हूं, बहुत ध्यान से देखिएगा..."
Denne historien er fra February 07, 2024-utgaven av India Today Hindi.
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