राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन की रूपरेखा और नैरेटिव तय करने पर चर्चा के लिए दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों के नेता पिछले साल 17-18 जुलाई को बेंगलूरू में मिले थे. तब खासकर दो नेताओं के बीच सौहार्द्र ने ध्यान खींचा था. कांग्रेस ने जहां स्पष्ट राजनीतिक दृष्टिकोण दर्शाने वाला संक्षिप्त नाम इंडिया यानी आइएनडीआइए (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) सुझाया, वहीं पार्टी नेता राहुल गांधी ने जोर दिया कि बैठक में नाम का प्रस्ताव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी रखें. जवाब में ममता ने भी राहुल को 'सबका पसंदीदा' करार दिया. यह पूर्व में राहुल के नेतृत्व की आलोचना करने वाले उनके रुख से एकदम अलग था.
अब फरवरी 2024 की बात करें तो 'पसंदीदा' नेता सबसे निशाने पर है. ममता बनर्जी ने तृणमूल के कांग्रेस और वामदलों के साथ सीट बंटवारे के लिए किसी समझौते के बिना अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद राहुल पर खुलकर हमला बोलना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने कांग्रेस को हिंदी पट्टी के राज्यों में भाजपा से मुकाबला करने की चुनौती दी, और यहां तक कह डाला कि उन्हें तो पार्टी के '40 सीटें जीत पाने पर भी संदेह है. फिर उन्होंने बंगाल के छह जिलों से होकर गुजरी राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी निशाना साधा और इसे 'बाहरी लोगों' के लिए 'फोटो खिंचवाने का अवसर' बताया.
Denne historien er fra February 21, 2024-utgaven av India Today Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra February 21, 2024-utgaven av India Today Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
शादी का म्यूजिकल
फ़ाज़ा जलाली पृथ्वी थिएटर फेस्टिवल में इस बार भारतीय शादियों पर मजेदार म्यूजिकल कॉमेडी रनअवे ब्राइड्स लेकर हाजिर हुईं
शातिर शटल स्टार
हाल में एक नए फॉर्मेट में इंडोनेशिया में शुरू नई अंतरराष्ट्रीय लीग बैडमिंटन -एक्सएल के पहले संस्करण में शामिल अश्विनी पोनप्पा उसमें खेलने वाली इकलौती भारतीय थीं
पुराने नगीनों का नया नजराना
पुराने दिनों की गुदगुदाने वाली वे सिनेमाई यादें आज के परदे पर कैसी लगेंगी भला ! इसी जिज्ञासा का नतीजा है कि कई पुरानी फिल्में फिर से सिनेमाघरों में रिलीज हो रहीं और दर्शकों को खींचकर ला रहीं
जख्म, जज्बात और आजादी
निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी फ्रीडम ऐट मिडनाइट पर आधारित सीरीज में आजादी की उथल-पुथल से एक मुल्क बनने तक की कहानी
किस गफलत का शिकार हुए बाघ?
15 बाघों की गुमशुदगी के पीछे स्थानीय वन अधिकारियों की ढीली निगरानी व्यवस्था, राजनैतिक दबाव और आंकड़ों की अविश्वसनीयता है
कंप्यूटिंग में नई क्रांति की कवायद
आइआइएससी के शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क प्रेरित कंप्यूटिंग की दिशा में लंबी छलांग लगाते हुए एक ऐसा उपकरण तैयार किया है जो न्यूरल सिनेप्सेज की तरह सूचनाओं को प्रोसेस करता है. इसमें रफ्तार, क्षमता और डेटा सुरक्षा की भरपूर संभावना
चीन की चुनौती
जैसे-जैसे भारत और चीन के बीच तनाव कम हो रहा और व्यापार बढ़ रहा है, भारत के सामने सस्ते चीनी आयात को किनारे लगाने तथा घरेलू उद्योग की जरूरतों को प्रोत्साहित करने की कठिन चुनौती
कौन सवारी करेगा मराठा लहर पर
मराठा समुदाय के लोगों में आक्रोश है और मनोज जरांगे - पाटील के असर में मराठवाड़ा 'से आखिरकार यह भी तय हो सकता है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की बाजी किसके हाथ लगेगी
फिर बना सियासत का मर्कज
सुप्रीम कोर्ट ने पलटा 1968 में अजीज बाशा मामले में दिया गया फैसला. भाजपा नेताओं के निशाने पर आया एएमयू, आरक्षण, तालीम पर उठा रहे सवाल
जानलेवा तनाव
भारतीय कंपनियों में गैर - सेहतमंद कार्य - संस्कृति से कर्मचारियों की जान पर बन आई है. इससे वे तरह-तरह की मानसिक और शारीरिक बीमारियों की चपेट में आ रहे और कई मौकों पर तो यह कल्चर उनके लिए मौत का सबब बन रही