महामारी के यतीम अब ठेले पर ठिठकी जिंदगी
India Today Hindi|March 27, 2024
रोना ने छीन लिए मां-बाप . हालात ने अनाथ बनाकर छोड़ा सरकारी व्यवस्था के हवाले. अब सवा साल से सरकारी भत्ता भी अटका. पढ़ाई तो छूटी ही, ये बच्चे रेहड़ी दुकान पर गृहस्थी ढकेलने को मजबूर
पुष्यमित्र
महामारी के यतीम अब ठेले पर ठिठकी जिंदगी

अपने दरवाजे पर 11 साल की सायरा खातून झाड़ू लगाती हुई मिलती है. बिहार के गोपालगंज जिले के इंदरपट्टी गांव की सायरा संकोची, मगर प्यारी सी बच्ची है. सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है कि उसके माता-पिता दोनों गुजर चुके हैं. इनमें से एक की मौत कोरोना की वजह से हुई है. सायरा कहती है, "अब्बू का इंतकाल कोरोना के टाइम हो गया. अम्मी तो बहुत पहले गुजर गई थीं. मुझे उनका चेहरा तक याद नहीं. लोग कहते हैं कि मैं तब सिर्फ दो साल की थी." अपने परिवार के बारे में वह बताती है, "अब हम चार भाई-बहन बचे हैं. सबसे बड़े भाई फैज अक्सर घर से बाहर रहते हैं. उसके बाद बहन रुखसार है, जो पटना में रहकर पढ़ाई करती है. यहां इस घर में अमूमन मैं और मेरे बड़े भाई कैफ ही रहते हैं, जो दसवीं में पढ़ते हैं. दोनों मिलकर खाना पकाते हैं, घर का सारा काम करते हैं और पढ़ाई भी करते हैं." सायरा का बड़ा भाई फैज अहमद 19 साल का, बहन रुखसार खातून 17 साल की तो भाई कैफ अली 14 साल का है.

फैज बताते हैं कि उनके तीन भाई-बहनों को बिहार सरकार की बाल सहायता योजना के तहत हर महीने 1,500 रुपए मिलने थे, जो जनवरी, 2023 से नहीं मिले हैं. फैज की उम्र 18 साल से अधिक हो गई है, इसलिए उसे यह लाभ मिलना बंद हो गया है. फैज ने कहा, "हमारे घर का खर्चा किसी तरह चल रहा है, कभी चाचा लोग मदद कर देते हैं तो कभी कहीं और से कुछ हो जाता है." जाहिर है, अपने मां-बाप को गंवा चुके इन बच्चों से सरकार ने मुंह मोड़ लिया है.

दरअसल, अपने माता-पिता दोनों को खो चुके अनाथ बच्चों, जिनके माता या पिता की मृत्यु कोरोना की वजह से हुई हो, को 18 साल की उम्र तक आर्थिक मदद देने के लिए बिहार सरकार ने बाल सहायता योजना शुरू की थी. ऐसे हर बच्चे को प्रति माह 1,500 रुपए मिलने थे. मगर समाज कल्याण विभाग के अंदरूनी सूत्रों ने इंडिया टुडे को जानकारी दी कि जनवरी, 2023 से ऐसे बच्चों को पैसे नहीं मिले हैं. इंडिया टुडे के पास राज्य के ऐसे कुल 82 बच्चों की सूची है, जिन्हें कोरोना ने अनाथ की श्रेणी में ला खड़ा किया था.

इंदरपट्टी से 30-35 किमी दूर गोपालगंज के ही दहीभाता गांव के पांच भाई-बहनों और वहां से 60-65 किमी दूर सीवान जिले के नौकाटोला गांव के तीन भाई बहनों की कहानी भी सायरा से मिलती-जुलती है.

Denne historien er fra March 27, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra March 27, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
एक अभिनेत्री का रचना सुख
India Today Hindi

एक अभिनेत्री का रचना सुख

अभिनेत्री ऋचा चड्ढा हाल में प्राइम में वीडियो पर रिलीज गर्ल्स विल बी गर्ल्स के साथ प्रोड्यूसर के रोल में आने के अलावा पहली बार मां बनने के सुख पर

time-read
1 min  |
January 22, 2025
अबकी बार डुबकी
India Today Hindi

अबकी बार डुबकी

यूपी की योगी सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य डिजिटल तकनीक का अभूतपूर्व प्रयोग करके धरती के सबसे बड़े आयोजन की सुविधाओं को दिया आकार. पहली बार महाकुंभ आने वालों की होगी गणना

time-read
9 mins  |
January 22, 2025
स्पैम के खिलाफ भारत की जंग
India Today Hindi

स्पैम के खिलाफ भारत की जंग

अवांछित कॉल और संदेशों की डिजिटल महामारी को रोकने के लिए नए तकनीकी समाधान एवं नियम लागू किए जा रहे. मगर यह लंबी लड़ाई

time-read
8 mins  |
January 22, 2025
चीन की चालबाज चेतावनी
India Today Hindi

चीन की चालबाज चेतावनी

भारतीय वायु सेना अपने लड़ाकू विमानों की घटती संख्या और स्वदेशी परियोजनाओं में देरी से जूझ रही है, जबकि चीन 5वीं पीढ़ी की जेट टेक्नोलॉजी से आगे निकल गया और उसका पिछलग्गू पाकिस्तान भी अपनी ताकत बढ़ा रहा है

time-read
7 mins  |
January 22, 2025
ये रेलवे गुमटी हैं या भारतपाकिस्तान बॉर्डर !
India Today Hindi

ये रेलवे गुमटी हैं या भारतपाकिस्तान बॉर्डर !

बिहार का सहरसा शहर सात रेलवे गुमटियों की वजह से दो हिस्सों में बंटा. इनके घंटों बंद रहने से जाम में फंसकर रोगियों की जान जा रही, छात्रों की परीक्षाएं छूट रहीं. आंदोलनों के बाद तीन शिलान्यास, कई निविदाओं और हर चुनाव में बावजूद रेलवे ओवरब्रिज 25 साल से महज एक सपना वादों के

time-read
9 mins  |
January 22, 2025
नई व्यवस्था से पारदर्शी होंगे लैंड रिकॉर्ड
India Today Hindi

नई व्यवस्था से पारदर्शी होंगे लैंड रिकॉर्ड

कांग्रेस सरकार ने तेलंगाना के भूमि दस्तावेज प्रबंधन में भू-भा सुधारों की बदौलत पारदर्शिता और कार्यकुशलता लाने का वादा किया है जिसे करने में पुराना धरणी पोर्टल नाकाम रहा था

time-read
6 mins  |
January 22, 2025
अंकल डॉन को आपकी जरूरत नहीं
India Today Hindi

अंकल डॉन को आपकी जरूरत नहीं

डोनल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद अगर आप्रवासियों संबंधी अपनी सख्त नीति पर अमल किया तो अमेरिका में भारतीयों का रहना मुश्किल हो जाएगा. यह डर कितना वास्तविक है और भारत को आखिर क्या करना चाहिए

time-read
4 mins  |
January 22, 2025
झीलों के मिजाज की नक्शेसाजी
India Today Hindi

झीलों के मिजाज की नक्शेसाजी

हिमालय की वादियों में बसा सिक्किम अपनी प्राकृतिक भव्यता और कई पहाड़ी झीलों की रमणीयता तथा खूबसूरती के लिए जाना जाता है. उत्तरपूर्व के इस राज्य को हाल में ऐसी मुसीबत झेलनी पड़ी जिससे जलवायु परिवर्तन से होने वाली प्राकृतिक आपदाओं के गहरे असर का पता चला. 4 अक्तूबर, 2023 को बादल फटने से लोनक घाटी में 17,000 फुट की ऊंचाई पर बनी दक्षिण लोनक झील के बांध टूट गए.

time-read
3 mins  |
January 22, 2025
गोपनीयता है सबसे जरूरी
India Today Hindi

गोपनीयता है सबसे जरूरी

केंद्र की ओर से पेश किए गए डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम, 2023 का मसौदा किसी व्यक्ति के डिजिटल आचरण, उसकी पहुंच और डेटा गोपनीयता को नया रुप देने के लिए तैयार

time-read
3 mins  |
January 22, 2025
आंदोलन पर सवार भारत भाग्य विधाता
India Today Hindi

आंदोलन पर सवार भारत भाग्य विधाता

ऐसा माना जा रहा है कि बिहार लोकसेवा आयोग (बीपीएससी) के खिलाफ 2024 के दिसंबर महीने से शुरू हुआ आंदोलन अब अवसान की ओर है.

time-read
3 mins  |
January 22, 2025