वह 3 जून का दिन था. एग्जिट पोल के नतीजों के शोर के बीच नीतीश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली गए थे. वे बिहार के कुछ मसलों पर मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा से मिलकर बात करना चाहते थे. वे चाहते थे कि दोएक दिन यानी दिल्ली में नई सरकार के गठन तक वहीं रहें. मगर मोदी से बातचीत के दौरान संभवतः उन्हें अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला, इसलिए तय यात्रा अधूरी छोड़ वे पटना लौट आए. उनके करीबी लोग बताते हैं कि इस यात्रा से वे खासे निराश थे. कहने लगे थे कि ज्यादा दबाव बढ़ा तो अब वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे. 4 जून को नतीजे वाले दिन वे सुबह-सुबह सात सर्कुलर रोड वाले उस सरकारी बंगले की तरफ गए, जिसमें वे 2015 में रहा करते थे, जब उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ मिल भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा था और कड़ी शिकस्त दी थी.
चार जून को जैसे-जैसे नतीजे सामने आने लगे, उनकी उदासी छंटने लगी. एक वक्त उनकी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) अपने हिस्से की 16 में से 14 सीटों पर आगे चल रही थी, जबकि भाजपा 17 में से 12 पर. अंत भाजपा और जद (यू) के हिस्से 12-12 सीटें आईं. इन नतीजों ने उनके चेहरे पर स्थायी किस्म की मुस्कुराहट ला दी. अगले दिन वे फिर दिल्ली रवाना हो गए. इस बार वे बिन बुलाए मेहमान न थे. दिल्ली में पक्ष और विपक्ष हर कोई उनका इंतजार कर रहा था. विमान में उनके सहयात्रियों में कुछ ही महीने पहले उनके डिप्टी रहे तेजस्वी यादव भी थे, जिन्होंने इस चुनाव के बाद जद (यू) के खत्म होने की घोषणा की थी, हालांकि इस चुनाव में उनकी पार्टी राजद के हिस्से सिर्फ चार सीटें आईं.
Denne historien er fra 19th June, 2024-utgaven av India Today Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra 19th June, 2024-utgaven av India Today Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
शादी का म्यूजिकल
फ़ाज़ा जलाली पृथ्वी थिएटर फेस्टिवल में इस बार भारतीय शादियों पर मजेदार म्यूजिकल कॉमेडी रनअवे ब्राइड्स लेकर हाजिर हुईं
शातिर शटल स्टार
हाल में एक नए फॉर्मेट में इंडोनेशिया में शुरू नई अंतरराष्ट्रीय लीग बैडमिंटन -एक्सएल के पहले संस्करण में शामिल अश्विनी पोनप्पा उसमें खेलने वाली इकलौती भारतीय थीं
पुराने नगीनों का नया नजराना
पुराने दिनों की गुदगुदाने वाली वे सिनेमाई यादें आज के परदे पर कैसी लगेंगी भला ! इसी जिज्ञासा का नतीजा है कि कई पुरानी फिल्में फिर से सिनेमाघरों में रिलीज हो रहीं और दर्शकों को खींचकर ला रहीं
जख्म, जज्बात और आजादी
निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी फ्रीडम ऐट मिडनाइट पर आधारित सीरीज में आजादी की उथल-पुथल से एक मुल्क बनने तक की कहानी
किस गफलत का शिकार हुए बाघ?
15 बाघों की गुमशुदगी के पीछे स्थानीय वन अधिकारियों की ढीली निगरानी व्यवस्था, राजनैतिक दबाव और आंकड़ों की अविश्वसनीयता है
कंप्यूटिंग में नई क्रांति की कवायद
आइआइएससी के शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क प्रेरित कंप्यूटिंग की दिशा में लंबी छलांग लगाते हुए एक ऐसा उपकरण तैयार किया है जो न्यूरल सिनेप्सेज की तरह सूचनाओं को प्रोसेस करता है. इसमें रफ्तार, क्षमता और डेटा सुरक्षा की भरपूर संभावना
चीन की चुनौती
जैसे-जैसे भारत और चीन के बीच तनाव कम हो रहा और व्यापार बढ़ रहा है, भारत के सामने सस्ते चीनी आयात को किनारे लगाने तथा घरेलू उद्योग की जरूरतों को प्रोत्साहित करने की कठिन चुनौती
कौन सवारी करेगा मराठा लहर पर
मराठा समुदाय के लोगों में आक्रोश है और मनोज जरांगे - पाटील के असर में मराठवाड़ा 'से आखिरकार यह भी तय हो सकता है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की बाजी किसके हाथ लगेगी
फिर बना सियासत का मर्कज
सुप्रीम कोर्ट ने पलटा 1968 में अजीज बाशा मामले में दिया गया फैसला. भाजपा नेताओं के निशाने पर आया एएमयू, आरक्षण, तालीम पर उठा रहे सवाल
जानलेवा तनाव
भारतीय कंपनियों में गैर - सेहतमंद कार्य - संस्कृति से कर्मचारियों की जान पर बन आई है. इससे वे तरह-तरह की मानसिक और शारीरिक बीमारियों की चपेट में आ रहे और कई मौकों पर तो यह कल्चर उनके लिए मौत का सबब बन रही