उसके पल भर बाद नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुलदस्ता भेंट किया और जोर से गले लग गए. गन्नावरम हवाई अड्डे के पास केसरपल्ली सूचना प्रौद्योगिकी पार्क में नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), अभिनेता पवन कल्याण की जनसेना पार्टी (जेएसपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्साही समर्थकों की मौजूदगी में राज्य की पहली गठबंधन सरकार का आगाज हुआ.
नायडू ने सौहार्द की यह भावना अपने 24 सदस्यीय मंत्रिमंडल में भी दिखाई. उसमें जेएसपी से पवन कल्याण समेत तीन मंत्री और भाजपा से एक मंत्री हैं. उप-मुख्यमंत्री कल्याण और नायडू के बेटे नारा लोकेश पदानुक्रम में तीसरे नंबर पर हैं, और पहली बार विधायक बने हैं. 175 सीटों वाली विधानसभा में टीडीपी के 135 और जेएसपी 21 विधायक हैं. संतुलन साधने का चतुराई भरा काम पूरा करने के बाद नायडू को उम्मीद है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के बैनर तले गठबंधन सरकार राज्य के कायाकल्प में मददगार साबित होगी. 11 जून को विधायक दल का नेता चुने जाने के फौरन बाद उन्होंने ऐलान किया, "हमारा लक्ष्य और चुनौती आंध्र प्रदेश का पुनर्निर्माण करना है." यह नायडू का चौथा कार्यकाल होगा और अपनी इस भूमिका से वे बखूबी वाकिफ हैं, हालांकि उन्हें राज्य के खाली खजाने और राजकाज के नए मुद्दों से रूबरू होना होगा.
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