क्राइस्ट में कंप्यूटर साइंस विभाग उद्योग के साथ मजबूत संबंधों को प्रगाढ़ करते हुए तेजी से विकसित होते तकनीकी परिदृश्य का अगुआ बना हुआ है. विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक इमैनुअल बीसीए छात्रों को पढ़ाते हुए पहले सेमेस्टर की शुरुआत से ही प्रोग्रामिंग के महत्व पर जोर देते हैं क्योंकि इस कोर्स का दृष्टिकोण एप्लीकेशन ओरिएंटेड है. वे कहते हैं, "दूसरे सेमेस्टर तक छात्र वेब डेवलपमेंट की जानकारी में पारंगत हो जाते हैं. इस तरह से पहले ही साल के भीतर वे इंटर्नशिप हासिल कर लेते हैं." सेकेंड ईयर में मोबाइल कंप्यूटिंग आ जाती है जिसका मतलब है कि छात्रों को बहुत पहले ही किसी प्रोजेक्ट पर अमल करने का अनुभव मिल जाता है. विभाग ने रणनीतिक रूप से अपना पाठ्यक्रम संशोधित करते हुए प्रैक्टिकल एप्लिकेशंस पर जोर दिया है जहां फैकल्टी के सदस्य अंडरग्रेजुएट छात्रों को शोध पत्र के रूप में अपने प्रोजेक्ट पब्लिश करने की संभावना के लिए मार्गदर्शन करते हैं. आगे की ओर देखते हुए विभाग की योजना प्रोजेक्ट वर्क को एक सेमेस्टर पहले करना और इस पर अमल से पहले आइडिया को बेहतर स्वरूप देने के लिए पुराने छात्रों को जोड़ना शामिल है. इससे छात्रों को व्यावहारिक अनुभव होगा और शोध के मौके भी मिलेंगे.
यह दूसरों से अलग कैसे है?
नेशनल एसेसमेंट और एक्रेडिशन काउंसिल ने इसे ए+ ग्रेड की मंजूरी दी है और उसने कुल चार में से 3.4 सीजीपीए (क्यूलेटिव ग्रेड पॉइंट एवरेज) हासिल की है।
Denne historien er fra July 03, 2024-utgaven av India Today Hindi.
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