नौकरी के नाम पर गंदा खेल
India Today Hindi|July 10, 2024
बेरोजगार युवाओं-युवतियों को नौकरी देने के नाम पर उनके साथ ठगी, यौन शोषण और क्रूरता की दहला देने वाली कहानियां
पुष्यमित्र
नौकरी के नाम पर गंदा खेल

मरे में एक युवक चौकी पर बैठा है, दूसरा बेरहमी से लगातार बेल्ट से उसे पीट रहा है और तीसरा किनारे खड़ा होकर उसे बार-बार डांट रहा है. अच्छी खासी पिटाई के बाद पीटने वाला युवक कहता है, "आज के बाद तुम अच्छे से रहेगा, अच्छे से खाना खाएगा और मम्मी-पापा के सपने को सच कर दिखाएगा." यह वीडियो पिछले कुछ दिनों से बिहार में सोशल मीडिया पर वायरल है. 56 सेकंड के इस वीडियो में सपनों के पीछे भागने, छले जाने और शोषण का शिकार होने के लिए मजबूर बिहार के बेरोजगार युवाओं की दास्तान दर्ज है. वीडियो एक आयुर्वेदिक कंपनी डीबीआर यूनिक से संबंधित बताया जा रहा है, जिस पर नौकरी के नाम पर हजारों युवकों को ठगने, उनसे मारपीट कर अन्य युवकों को फंसाकर लाने और सौ से ज्यादा युवतियों के यौन शोषण के आरोप हैं.

वीडियो में अपने स्टाफ की पिटाई करने वाले अजय प्रताप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि कंपनी में नौकरी के नाम पर आए सभी युवक-युवतियों से जॉइनिंग के वक्त 20,500 रुपए लिए जाते हैं. फिर उन्हें अपने जैसे ही युवाओं को कंपनी से जोड़ने का टारगेट दिया जाता है. जो युवक टारगेट पूरा नहीं कर पाते, उनके साथ मारपीट की जाती है. कंपनी का एक और वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें एक युवक एक लड़की को गालियां देते हुए थप्पड़ लगा रहा है. इस कंपनी में काम करने वाली लड़कियों ने कंपनी के अधिकारियों पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं.

डीबीआर यूनिक में काम करने वाली सारण की एक युवती संगीता (बदला हुआ नाम) ने कंपनी के सीएमडी मनीष सिन्हा और तिलक कुमार सिंह समेत नौ लोगों के खिलाफ ठगी, मारपीट और यौन शोषण का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी. युवती ने बताया कि इस कंपनी की बिहार और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में शाखाएं हैं. हर शाखा में हजार से ज्यादा युवा काम करते हैं और इन लोगों ने सौ से ज्यादा लड़कियों का यौन शोषण किया है.

Denne historien er fra July 10, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra July 10, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
सोणा पंजाबी एल्बम मान दा
India Today Hindi

सोणा पंजाबी एल्बम मान दा

गायक-अभिनेता-गीतकार गुरदास मान दूरदर्शन के साथ शुरुआत से लेकर अपने नए एल्बम साउंड ऑफ सॉएल, वीर जारा के किस्से और नई पीढ़ी के कलाकारों पर

time-read
2 mins  |
October 09, 2024
"हाथ से सितार ले लिया जाए तो मैं दुनिया के किसी काम का नहीं"
India Today Hindi

"हाथ से सितार ले लिया जाए तो मैं दुनिया के किसी काम का नहीं"

उस्ताद शुजात खान इस दौर के श्रेष्ठतम सितारवादकों में से एक हैं. छह साल की उम्र से ही स्टेज पर परफॉर्म करने वाले, ग्रैमी अवार्ड के लिए नामित, इमदाद खान घराने के ये 64 वर्षीय संगीतकार जितने सादगीपसंद हैं उतने ही जिंदादिल. एक अरसा पहले वे दिल्ली की चिल्लपों से दूर गोवा के एक गांव में जा बसे जो पणजी से 12 किमी दूर है. दी लल्लनटॉप और इंडिया टुडे के संपादक सौरभ द्विवेदी ने हाल में जिंदगी के तमाम पहलुओं पर उनसे लंबी बातचीत की. उसी के अंशः

time-read
7 mins  |
October 09, 2024
सदा के लिए नहीं रहा हीरा
India Today Hindi

सदा के लिए नहीं रहा हीरा

भारत के हीरा उद्योग में भूचाल जैसी स्थिति है और इसे तराशने वाले कुशल कारीगर घटती आय और अनिश्चित भविष्य से जूझ रहे हैं. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि लैब में तैयार हीरे की बढ़ती मांग के आगे प्राकृतिक पत्थर की असली चमक फीकी पड़ती जा रही है

time-read
8 mins  |
October 09, 2024
लुटी-पिटी विरासत के बादशाह!
India Today Hindi

लुटी-पिटी विरासत के बादशाह!

बेभाव उधारियां उठाकर केसीआर ने तेलंगाना का दीवाला ही निकाल दिया. उनके इस फितूर का खामियाजा अगले एक दशक तक राज्य को उठाना पड़ेगा

time-read
7 mins  |
October 09, 2024
अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश
India Today Hindi

अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश

कांग्रेस ने यूपी में जनआंदोलनों और कई सारे कार्यक्रमों के जरिए अपने जनाधार विस्तार की रणनीति बनाई. पिछड़ों, दलित और अल्पसंख्यकों पर विशेष रूप से फोकस

time-read
8 mins  |
October 09, 2024
दिलचस्प से हरियाणे का सियासी सांग
India Today Hindi

दिलचस्प से हरियाणे का सियासी सांग

सत्ता-विरोधी भावना का मुकाबला करते हुए कांग्रेस से अपने गढ़ को बचाने की पुरजोर कोशिश में लगी भाजपा. दूसरी ओर अंदरुनी लड़ाई के बावजूद कांग्रेस उम्मीदों पर सवार

time-read
8 mins  |
October 09, 2024
उम्मीदों में उलझीं कुछ गुत्थियां भी
India Today Hindi

उम्मीदों में उलझीं कुछ गुत्थियां भी

विरोध के बावजूद भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' की योजना को आगे बढ़ाने की ठानी. अगर ऐसा हुआ तो ये सवाल पूछे जाएंगे कि इससे हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा या कमजोर?

time-read
6 mins  |
October 09, 2024
"सड़क हादसो जितनी मौतें तो युद्ध में भी नहीं हुई"
India Today Hindi

"सड़क हादसो जितनी मौतें तो युद्ध में भी नहीं हुई"

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी देश के हाइवे पर बढ़ते हादसों को लेकर काफी चिंतित हैं और उन्होंने खतरों को घटाने के लिए कई कदम उठाए हैं. लेकिन ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और एसोसिएट एडिटर अभिषेक जी. दस्तीदार के साथ बातचीत में उन्होंने साफ-साफ स्वीकार किया कि यही इकलौता मामला है जिसमें वे अपने तय किए लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रहे. बातचीत के संपादित अंशः

time-read
6 mins  |
October 09, 2024
जान के दुश्मन हाइवे
India Today Hindi

जान के दुश्मन हाइवे

खराब सड़क डिजाइन, लचर पुलिसिया व्यवस्था, प्रशिक्षण की कमी, नाकाफी सुरक्षा इंतजामात, और हादसे के वक्त इलाज की सुविधा के अभाव की वजह से भारत की सड़कें दुनिया में सबसे ज्यादा जानलेवा-

time-read
10+ mins  |
October 09, 2024
मेडिकल कुंडली से हो रहा शादी का फैसला
India Today Hindi

मेडिकल कुंडली से हो रहा शादी का फैसला

बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा तहसील के लक्ष्मी नगर के रहने वाले विकेश और अंजलि की दो माह पहले शादी हुई है. सगाई के वक्त जब दोनों के परिजन कुंडली मिलाने की तैयारी कर रहे थे तभी विकेश और अंजलि बागीदौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक दूसरे की मेडिकल रिपोर्ट मिलान कर रहे थे. दरअसल, विकेश और अंजलि ने सिकल सेल एनीमिया की जांच कराई थी और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही दोनों ने शादी की सहमति दी. विकेश कहते हैं, \"हमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम ने सिकल सेल बीमारी के बारे में जानकारी दी थी. अगर हम दोनों में से किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आती तो हम शादी नहीं करते.\"

time-read
5 mins  |
October 09, 2024