विश्व कप ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का 13 साल लंबा सूखे का दौर कैलेंडर पर 30 जून की तारीख लगते ही खत्म हो गया. धूमधाम और गाजे-बाजे के बीच 37 वर्षीय रोहित शर्मा और 35 वर्षीय विराट कोहली के टी20 फॉर्मेट से संन्यास लेने की खबरें आईं. एक दिन बाद रवींद्र जडेजा भी उनकी जमात में शामिल हो गए.
दो करिश्माई बल्लेबाजों के जाने के साथ सवाल उठने लगे कि उनकी कमान कौन संभालेगा. शक्ति और सटीकता का संतुलन पाने के लिए टीम इंडिया के पास दो साल हैं, जब घरेलू मैदानों पर उसे अपना यह खिताब बचाना होगा. जोश और रफ्तार से भरे हार्दिक पंड्या और अपराजेय जसप्रीत बुमराह अपनी जगह बने रह सकते हैं. सूर्य कुमार यादव की जादुई बहुमुखी प्रतिभा और ऋषभ पंत की कामयाबी की भूख के चलते उन्हें बदलना मुश्किल होगा. तो भी नए खून को तो लाना ही होगा और चयनकर्ताओं के लिए शिकार का कारगर मैदान होगी इंडियन प्रीमियर लीग. अलबत्ता 15 खिलाड़ियों की यह सूची अंतिम नहीं है. श्रेयस अय्यर, ऋतुराज गायकवाड़, तिलक वर्मा, विकेटकीपर बल्लेबाज के. एल. राहुल और ईशान किशन, और साई किशोर सरीखे गेंदबाज को जगह मिल सकती है. कप हमारा है, और अगली पीढ़ी की आकुल-व्याकुल प्रतिभाओं के साथ शायद यह हमारा ही रहेगा.
हार्दिक पंड्या, 30 वर्ष > ऑलराउंडर टी20* मैच: 100, रन: 1,492, स्ट्राइक रेट : 140.88, विकेट: 84, इकॉनमी रेट: 8.11
Denne historien er fra July 17, 2024-utgaven av India Today Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra July 17, 2024-utgaven av India Today Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
पिता की याद सताती है
अशोक नाग की किताब रे ऑन रे में महान हस्ती और अपने पिता सत्यजित रे के कई अनजान पहलुओं को सामने लाए फिल्मकार संदीप रे
खेत-खलिहान के म्यूजिकल खलीफा
रीमा दास की फिल्म विलेज रॉकस्टार्स की सीक्वल बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर के लिए तैयार
पहले से सिंपल और अब हल्की भी
नई आर 1300 जीएस सादगी के मामले में डिजाइन इंजीनियर कॉलिन चैपमैन की सोच को सड़क पर लाने वाली. इसने जीएस ब्रांड को चलाना ज्यादा आरामदेह और आसान बनाया
मर्सिडीज की ईक्यूए
मर्सिडीज बेंज ईक्यूए भारत में आ गई है और मूलतः यह इलेक्ट्रिक इंजन वाली जीएलए ही है
परिवार के माकूल
महिंद्रा ने थार के डीएनए को बरकरार रखते हुए इसे कुछ ज्यादा लग्जरी शानदार और व्यावहारिक बनाने की कोशिश की है. क्या यह कामयाब है?
ईवी के बारे में जानने लायक पांच बातें
इलेक्ट्रिक वाहन को उतना बार-बार चार्ज नहीं करना पड़ता जितना मान लिया गया है, ये सभी भूभागों के लिए सुरक्षित हैं और कम लागत व पर्यावरण के फायदों की वजह से परिवार की प्राथमिक कार होनी चाहिए
अब हॉस्टल तबेले में तब्दील होने की नौबत
कोचिंग का मक्का बने शहर में बदलने लगा हवा का रुख. ढाई लाख सालाना के मुकाबले इस साल आधे छात्र ही आए. भारी निवेश कर चुके हॉस्टल संचालकों ने पकड़ा माथा
बात करने वाले यंत्र बने मौत के औजार
हिजबुल्ला को निशाना बनाने के लिए जिस सधे अंदाज में पेजर हमले किए गए, उससे भयावह साइबर काइनेटिक जंग का अंदेशा बढ़ गया है. इसमें बड़े पैमाने पर संचार तकनीक को भौतिक विनाश साधन बनाया जा सकता है. भारत के लिए खतरा बड़ा है क्योंकि इसकी ज्यादातर कनेक्टेड डिवाइसेज चीन में या दूसरे देशों में बने उपकरणों पर निर्भर
पूरा प्रदेश तलाश रहा जमीन के कागजात
रिकॉर्ड को अपडेट करने और जमीन के झगड़े खत्म करने के मकसद से किया जा रहा विशेष भूमि सर्वेक्षण सरकार और रैयत दोनों के लिए बन रहा मुसीबत. सरकार ने जनता से उसकी जमीन के दस्तावेज मांग लिए हैं, जबकि उसके पास खुद के दस्तावेज या तो मौजूद नहीं या फिर उनकी हालत खस्ता
विवादों के बुखार से बेहाल
इस प्रतिष्ठित चिकित्सा केंद्र में नौ महीनों के भीतर हटाए गए दो निदेशक उद्घाटन के 33 महीने बाद भी नहीं शुरु हो पाईं सुपरस्पेशिएलिटी सेवाएं