मिलिए अपने-नए सांसदों से
India Today Hindi|July 24, 2024
किसानों से लेकर पेशेवरों तक, राजघरानों से लेकर मनोरंजन करने वालों तक, धनी व्यापारियों से लेकर जमीनी स्तर के कामगारों तक, 18वीं लोकसभा में 542 सांसदों में से 280 पहली बार चुनकर आए हैं. इनका संसद में होना उम्मीद जगाता है
मिलिए अपने-नए सांसदों से

नौजवां नस्ल

अठारहवीं लोकसभा के वे सात सितारे जिनके लिए उम्र उनकी महत्वाकांक्षाओं में किसी तरह का रोड़ा न बन सकी

इकरा हसन, 29 वर्ष , | समाजवादी पार्टी | कैराना, उत्तर प्रदेश

इकरा हसन आला दर्जे की शैक्षिक डिग्रियों के साथ ही सियासी खानदान से ताल्लुक रखती हैं. वे बिल्कुल वैसी ही युवा सांसद हैं, जिसकी आज के लोकतंत्र को जरूरत है. उनके दादा अख्तर हसन, वालिद मुनव्वर हसन और मां तबस्सुम सभी सांसद रह चुके हैं, और इस मुस्लिम गुज्जर खानदान के लिए कैराना एक तरह से गढ़ रहा है. इकरा ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने और दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल करने के बाद, लंदन के स्कूल ऑफ ओरिएंटल ऐंड अफ्रीकन स्टडीज में अंतरराष्ट्रीय राजनीति और कानून की पढ़ाई की. उन्हें तब पहली सियासी कामयाबी मिली जब उन्होंने जेल में बंद अपने भाई नाहीद हसन के लिए प्रचार किया और उन्हें चुनाव जीतते हुए देखा. उन्होंने इस बार मौजूदा सांसद और जाट नेता प्रदीप चौधरी के साथ ही भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति को हराकर खुद चुनाव जीता है. 2013 के हिंदू-मुस्लिम दंगों के बाद इसी ध्रुवीकरण से भाजपा को राजनैतिक लाभ मिला था. इकरा इस बात से उत्साहित हैं कि सभी समुदायों-सैनी, गुज्जर, जाट, राजपूत, दलितों ने उन्हें वोट दिया, लिहाजा अब वे एक नया अध्याय शुरू करने की उम्मीद कर रही हैं. वे 18 वीं लोकसभा के लिए चुने गए 24 मुस्लिम सांसदों में से एक हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "कैराना दिल्ली-एनसीआर के पास है, लेकिन हमारे यहां अब भी उद्योग, मेडिकल कॉलेज, पीएसयू नहीं हैं. मैं चाहती हूं कि ये जरूरी चीजें यहां हों. "वे अपने निर्वाचन क्षेत्र की पैतृक व्यवस्था के बीच महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहती हैं. आखिरकार, 2013 में कैराना पर लगे दाग को मिटाने की कसरत शुरू हो गई है.

संजना जाटव, 26 वर्ष | कांग्रेस | भरतपुर (अनुसूचित जाति), राजस्थान

Denne historien er fra July 24, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra July 24, 2024-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
तन्हाई में तारों से बातें
India Today Hindi

तन्हाई में तारों से बातें

पूर्वा नरेश ने दोस्तोएव्स्की की कहानी व्हाइट नाइट्स के अपने म्यूजिकल रूपांतरण चांदनी रातें में नौटंकी शैली का उपयोग किया

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी
India Today Hindi

धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी

विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश और पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वालीं तीरअंदाज शीतल देवी लोगों की नई पसंद हैं. पुरुष-महिला क्रिकेटर तो खैर शीर्ष पर हैं ही. सिंधु और नीरज भी अपनी सूची में दूसरों से काफी आगे रहते हुए चोटी पर

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
पक्ष में सबसे ज्यादा योग
India Today Hindi

पक्ष में सबसे ज्यादा योग

आठ साल से उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी आदित्यनाथ ने लगातार 10वीं बार सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का दर्जा हासिल कर दर्शा दिया है कि देशभर में उनकी लोकप्रियता का कोई सानी नहीं

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
कुछ तो पक रहा है
India Today Hindi

कुछ तो पक रहा है

अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने फिल्म मिसेज में दमदार काम किया है, जो 2021 की मलयालम फिल्म द ग्रेट इंडियन किचन की हिंदी रीमेक है

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
अब पंजाब की पहरेदारी
India Today Hindi

अब पंजाब की पहरेदारी

अरविंद केजरीवाल के लिए सवाल यह नहीं है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) का भविष्य है या नहीं. उनके लिए प्रश्न यह है कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में एक आइडिया के रूप में प्रासंगिक रहेगी या नहीं. दिल्ली में पार्टी की हार के तीन दिन बाद 11 फरवरी को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब के 95 में से 86 आप विधायकों के साथ उनकी आधे घंटे बैठक हुई. माना जाता है कि इसमें केजरीवाल ने बताया कि पार्टी के भविष्य को लेकर उनके मन में क्या है.

time-read
4 mins  |
February 26, 2025
चौकन्ना रहने की जरूरत
India Today Hindi

चौकन्ना रहने की जरूरत

आम तौर पर मोदी सरकार की विदेश नीति लोगों को पसंद आती है लेकिन कई लोगों का मानना है कि पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते खराब हुए हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर भी लोग फिक्रमंद

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
हमारे गेहुंएपन का स्वीकार
India Today Hindi

हमारे गेहुंएपन का स्वीकार

एक मजहब का धर्म रु चुनने की प्रक्रिया के बहाने हमें सहिष्णुता और स्वीकार के सार्वभौमिक धर्म की सीख दे जाती है एडवर्ड बर्गर की कॉन्क्लेव

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग
India Today Hindi

भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को जब भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे तो उनका उत्साह हमेशा के मुकाबले एक अलग ही मुकाम पर था.

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
विकास की कशमकश
India Today Hindi

विकास की कशमकश

एक ओर जहां कमजोर मांग, कम निवेश और दुनियाभर में अनिश्चितता की वजह से भारत की वृद्धि पर असर पड़ रहा है, वहीं आसमान छूती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी कर में मिली राहत को ढक रही है. इन सबकी वजह से आम आदमी का संघर्ष और आर्थिक परेशानियां बढ़ रहीं

time-read
6 mins  |
February 26, 2025
उथल-पुथल का आलम
India Today Hindi

उथल-पुथल का आलम

सामाजिक-राजनैतिक सुधारों के लिए सरकार को मजबूत समर्थन मिल रहा मगर लोकतंत्र, धार्मिक ध्रुवीकरण और महिला सुरक्षा को लेकर चल रही खदबदाहट से इससे जुड़ी चिंताएं उजागर

time-read
3 mins  |
February 26, 2025