एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च (एसपीजेआइएमआर) के डीन प्रोफेसर वरुण नागराज जैसे ही बातचीत के लिए मुंबई के अंधेरी स्थित संस्थान के शानदार परिसर में अपने ऑफिस में आते हैं तो कोई भी उनके पीछे दीवार पर बढ़िया नीले रंग की पट्टिका पर नजर डाले बिना नहीं रह सकता. पट्टिका पर विजन वाक्य है-नवाचारी और सामाजिक रूप से चेतन प्रबंधन स्कूल के रूप में वैश्विक पहचान. और इन दोनों प्रेरणा वाक्यों - नवाचार और सामाजिक जागरूकता - के इर्द-गिर्द अपने प्रोग्राम तैयार करते हुए 46 साल पुराने इस संस्थान ने अपना विजन बरकरार रखा है. इसका मकसद यही है कि छात्रों को अकादमिक के साथ-साथ जिस माहौल में वे रहते हैं, उसका व्यापक एक्स्पोजर मिले, उन्हें बिजनेस की दुनिया की बढ़ती मांगों से बेहतर ढंग से निबटने में मदद मिले.
एसपीजेआइएमआर का मुख्य प्रोग्राम दो वर्षीय मैनेजमेंट में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा (पीजीडीएम) है. यह चार विशेषज्ञताओंवित्त, परिचालन, मार्केटिंग और सूचना प्रबंधन और विश्लेषण पर फोकस करता है. नागराज कहते हैं, "हालांकि हमने नोटिस किया कि समस्या समाधान की प्रकृति उस बिंदु पर बदल रही है जहां उद्योग अधिक एकीकृत कौशल वाले लोगों की तलाश में है. " पिछले दो साल में इसलिए एसपीजेआइएमआर ने अपनी विशेषज्ञाताओं के समूह में 'सामान्य प्रबंधन' को भी शामिल किया है.
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