सिर्फ 30 रु. से 50 रु. के ढाम पर बेचा जाने वाला ये 20 लिटर का जार ना तो भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक के मापदंड पर खरा उतरता है और ना ही सरकार ने इस अमानक पेयजल के लिए कोई दिशा निर्देश बनाए हैं। ये बात खुद भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने कबूल की है। यानी इस देश का ये दुर्भाग्य है कि लाखों करोड़ों की संख्या में बिकने वाला पानी उन करोड़ों लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है जो सस्ते के लालच में ऐसा पानी खरीद रहे हैं जो कि खुले रूप में बिना निर्माण तिथि, बिना एक्सपायरी तारीख के बिक रहा है। ढुखढ पहलू यह भी है कि ऐसे खुले तौर पर बिक लिटर के जार पर खाद्य सुरक्षा विभाग भी कोई कानूनी कार्रवाई कर ही नहीं सकता है। महामहिम राष्ट्रपति द्वारा को वर्ष 2006 को पारित 'फुड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड एक्ट" के साथ इससे बड़ा मजाक कोई हो ही नहीं सकता है।
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बुलडोजर कार्रवाई में अहम है 'सुप्रीम' आदेश
भारतीय राजनीति का स्वरूप अब बदल चुका है।
औद्योगिक क्षेत्र से श्रमिकों का कृषि की ओर बढ़ता रुझान
शहरों में जाकर काम करने वाले भारत के लोग बड़ी संख्या में अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं।
रोजगार और निवेश से संपन्न, समृद्ध, स्वावलंबी बनता मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश को सम्पन्न, समृद्ध, स्वावलंबी और सक्षम राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जोर शोर से जुटे हुए हैं।
मुफ्त की रेवड़ियों ने सरकारों की कर दी वापसी
देश के मतदाता लगता है, मुफ्त की रेवड़ियों के लालच में मतदान करने लगे हैं। इसी का परिणाम है कि महाराष्ट्र और झारखंड में सत्ताएं बरकरार रही हैं।
आखिर अडानी के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़े हुए हैं अमेरिकी ?
बता दें कि यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस ने अदाणी पर भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (2200 करोड़ रुपए से ज्यादा) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है,जो एक गम्भीर बात है।
झारखंड में अमित शाह के ऐलान के मायने
1981 के जनगणना में आदिवासियों की आबादी में मामूली बढ़त देखी गई।
चुनाव आयोग को सजग सतर्क रहने की जरूरत
चुनाव प्रचार के दौरान भाषाई स्तर, नेताओं की भंगिमा और राजनीतिक जुमलों के प्रयोग ने मतदाताओं में चिन्ता पैदा की है।
फुड सेफ्टी डिसप्ले बोर्ड संबंधी दिशा निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन
खाद्य अधिकारी मानते हैं कि ये एक्ट नहीं है
20 लिटर जार में बिकने वाला पानी अमानक
पूरे देश में हट रोज 20 लिटर के जार में पेयजल खुले तौर पर बेचा जा रहा है जिसे आर.ओ. वॉटर के रूप में बेचा जाता है।
डबल इंजन की सरकार में तेज रफ्तार से चल रही है छत्तीसगढ़ में विकास की रेल-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ में अब तेज रफ्तार से विकास की रेल चल रही है।