जिनका कोई नहीं, उनका राज्य
Outlook Hindi|November 13, 2023
सरकार ने सभी अनाथों को 'राज्य के बच्चे' घोषित करने की पहली योजना की घोषणा की
अश्वनी शर्मा
जिनका कोई नहीं, उनका राज्य

एक ठिठुरती ठंडी शाम में एक  लड़की छोटा शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश सचिवालय के गेट नंबर एक पर अकेले खड़ी थी। लड़की पास के ही किसी स्थानीय अनाथालय में रहती थी। वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलना चाहती थी, जो दिन भर की व्यस्त बैठकों के बाद अपने काम निपटा रहे थे। लड़की उत्सुक थी कि मुख्यमंत्री उसकी शिकायतें सुनेंगे और उसका हल करेंगे। तभी अचानक, मनाली से पहली बार कांग्रेस विधायक बने भुवनेश्वर गौड़ की नजर उस लड़की पर पड़ी और उन्होंने पूछा कि वह इतनी परेशान क्यों नजर आ रही है। भरी हुई आंखों से उस लड़की ने आपबीती सुनाई, ‘सर मैं बेसहारा हूं। मुझे बचपन से ही एक स्थानीय अनाथालय में रखा गया है। मैंने अपनी पढ़ाई कर ली है। अब मुझे बताया गया है कि मैं आश्रय गृह में नहीं रह सकती क्योंकि अनाथालय या देखभाल गृह में रहने के लिए 18 वर्ष की निश्चित आयु सीमा है। मेरे पास आगे पढ़ने के लिए कोई घर और साधन भी नहीं है। मुझे मुख्यमंत्री से मदद की जरूरत है।’’ गौड़ ने उसकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवाई।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने लड़की की बात सुनकर अधिकारियों को बुलाया और आदेश दिया कि आश्रय-गृहों में रहने वाले किसी भी बच्चे को 27 साल की उम्र तक या जब तक वह रोजगार नहीं प्राप्त कर लेता या व्यवसाय स्थापित नहीं कर लेता, उसे छोड़ने के लिए नहीं कहा जाएगा। गौरतलब है कि यह हिमाचल प्रदेश में एक नई पहल की शुरुआत थी, जब सरकारी आश्रय-घरों और राज्य द्वारा संचालित अनाथालय में रहने वाले 6000 बच्चों के प्रति एक मानवीय सरकारी दृष्टिकोण सामने आया।

Denne historien er fra November 13, 2023-utgaven av Outlook Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra November 13, 2023-utgaven av Outlook Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA OUTLOOK HINDISe alt
'वाह उस्ताद' बोलिए!
Outlook Hindi

'वाह उस्ताद' बोलिए!

पहला ग्रैमी पुरस्कार उन्हें विश्व प्रसिद्ध संगीतकार मिकी हार्ट के साथ काम करके संगीत अलबम के लिए मिला था। उसके बाद उन्होंने कुल चार ग्रैमी जीते

time-read
4 mins  |
January 06, 2025
सिने प्रेमियों का महाकुंभ
Outlook Hindi

सिने प्रेमियों का महाकुंभ

विविध संस्कृतियों पर आधारित फिल्मों की शैली और फिल्म निर्माण का सबसे बड़ा उत्सव

time-read
3 mins  |
January 06, 2025
विश्व चैंपियन गुकेश
Outlook Hindi

विश्व चैंपियन गुकेश

18वें साल में काले-सफेद चौखानों का बादशाह बन जाने वाला युवा

time-read
3 mins  |
January 06, 2025
सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप
Outlook Hindi

सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप

भारतीय और विश्व सिनेमा पर विद्यार्थी चटर्जी के किए लेखन का तीन खंडों में छपना गंभीर सिने प्रेमियों के लिए एक संग्रहणीय सौगात

time-read
10 mins  |
January 06, 2025
रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना
Outlook Hindi

रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना

एक की आवाज में मिठास भरी गहराई थी, तो दूसरे की आवाज में खिलंदड़ापन, पर दोनों की तुलना बेमानी

time-read
5 mins  |
January 06, 2025
हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान
Outlook Hindi

हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान

मोहम्मद रफी का गायन और जीवन समर्पण, प्यार और अनुशासन की एक अभूतपूर्व कहानी

time-read
5 mins  |
January 06, 2025
तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
Outlook Hindi

तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे

रफी जैसा बनने में केवल हुनर काम नहीं आता, मेहनत, समर्पण और शख्सियत भी

time-read
10 mins  |
January 06, 2025
'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'
Outlook Hindi

'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'

लव स्टोरी (1981), बेताब (1983), अर्जुन (1985), डकैत (1987), अंजाम (1994), और अर्जुन पंडित (1999) जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए चर्चित राहुल रवैल दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं।

time-read
5 mins  |
January 06, 2025
आधी हकीकत, आधा फसाना
Outlook Hindi

आधी हकीकत, आधा फसाना

राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां

time-read
8 mins  |
January 06, 2025
संभल की चीखती चुप्पियां
Outlook Hindi

संभल की चीखती चुप्पियां

संभल में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद हुई सांप्रदायिकता में एक और कड़ी

time-read
6 mins  |
January 06, 2025