![चुनावी नक्शे से लापता कश्मीर चुनावी नक्शे से लापता कश्मीर](https://cdn.magzter.com/Outlook Hindi/1711967779/articles/kiShoBmcA1711972054620/1711972224453.jpg)
केंद्रीय चुनाव आयोग ने 16 मार्च को जब लोकसभा चुनाव और चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीखों का ऐलान किया, तो उसमें जम्मू-कश्मीर का जिक्र न होना बहुतों को अखर गया। इससे स्थानीय राजनीतिक दलों का उत्साह न केवल ठंडा पड़ गया, बल्कि राज्य के प्रति केंद्र की मंशा को लेकर उनके भीतर डर घर कर गया। चुनाव आयोग की घोषणा के तुरंत बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने टिप्पणी की, "पता नहीं ये लोग क्या चाहते हैं।" जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक दलों को उम्मीद थी कि राज्य विधानसभा के चुनाव आम चुनावों के साथ ही घोषित कर दिए जाएंगे। यहां पिछला चुनाव 2014 में हुआ था। इस बार चुनाव की घोषणा न होने से यहां घोर निराशा और गुस्सा तो है ही, आम चुनावों को लेकर उदासीनता भी कायम है।
चुनाव आयोग की घोषणा के बाद श्रीनगर स्थित अपने आवास से बाहर आकर डॉ. अब्दुल्ला ने कहा, "यह हताशाजनक और उदास करने वाली बात है। भारत सरकार जिस 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की बात करती है, उस फॉर्मूले का इम्तहान जम्मू-कश्मीर में चुनाव साथ कराने से आसानी से हो सकता था।"
वैसे डॉ. अब्दुल्ला और अन्य 'एक राष्ट्र एक चुनाव' फॉर्मूले के समर्थक नहीं हैं, लेकिन यहां चुनावों में हो रही देरी के चलते राजनीतिक दलों को यह फॉर्मूला ठीक लग रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव न करवाने को लेकर जो दलील दी उसने स्थानीय राजनीतिक दलों और भड़का दिया। कुमार ने कहा कि उनके जम्मू और कश्मीर के दौरे के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने लोकसभा चुनाव के साथ ही राज्य के चुनाव करवाने की मांग की थी, लेकिन समूची प्रशासनिक मशीनरी इस विचार के खिलाफ थी क्योंकि इसके लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की जरूरत पड़ती, जो संभव नहीं था।
Denne historien er fra April 15, 2024-utgaven av Outlook Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra April 15, 2024-utgaven av Outlook Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
![दिल्ली से निकलती सियासत दिल्ली से निकलती सियासत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/-MA_6DNi31739535740400/1739535854348.jpg)
दिल्ली से निकलती सियासत
आम आदमी पार्टी के दिल्ली में चुनावी पराभव से क्या राष्ट्रीय राजनीति निकलेगी, आज सबसे मौजूं सवाल यही होना चाहिए
![अरविंद नहीं, कमल अरविंद नहीं, कमल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/_T_pnHjaq1739535854031/1739536018749.jpg)
अरविंद नहीं, कमल
मतदान से पहले तक दिल्ली की फिजाओं में गूंजती बदलाव की आहटें सच साबित हुईं, ये आहटें कितनी हकीकत थीं कितना फसाना, दिल्ली चुनाव की कहानी इसी बहस में उलझी है, लेकिन असल सवाल आप और उसके नेताओं के भविष्य का है, जिसे बचाने की कवायद जारी
![निराशा और विनाश के बीच निराशा और विनाश के बीच](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/tDGFYx2jb1739536472076/1739536625666.jpg)
निराशा और विनाश के बीच
इंटरसेप्टेड और सॉन्ग्स ऑफ स्लो बर्निंग अर्थ जैसे वृत्तचित्र यूक्रेन पर रूसी कब्जे के मुद्दे को उजागर करती हैं, फोकस विनाश की कहानियों से आगे निकलकर युद्ध के मानवीय पहलू पर
![गेमिंग का नया युग गेमिंग का नया युग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/hi1jZakB61739536377660/1739536467982.jpg)
गेमिंग का नया युग
सरकारी समर्थन और बढ़ते करियर विकल्पों के कारण भारत में बढ़ रहा ऑनलाइन गेमिंग का बाजार, ठोस नीति की कमी और टैक्स से जुड़ी चिंताएं अब भी भारी
![आया गया अडा आया गया अडा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/Jhb5W8myz1739535453409/1739535555515.jpg)
आया गया अडा
पिछली महायुति सरकार ने मिड-डे मील में अंडा जोड़ा, तो इस सरकार ने हटा दिया
![अमन के दावों पर मौतें भारी अमन के दावों पर मौतें भारी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/GmXgS4D7p1739535559497/1739535739240.jpg)
अमन के दावों पर मौतें भारी
घाटी में पिछले दिनों सिलसिलेवार हुई उत्पीड़न और हत्या की घटनाओं ने उठाए अमन-चैन के केंद्र के दावे पर सवाल
![आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/e4X5E_XRM1739536199237/1739536375444.jpg)
आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम
महाकुंभ में देश और विदेश से पहुंचे करोड़ों लोगों ने गंगा, \"यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर डुबकी लगाई
![भविष्य का रास्ता भविष्य का रास्ता](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/v6djOauBB1739536028854/1739536195259.jpg)
भविष्य का रास्ता
असल संदेश भविष्य की उस राजनीति का है जो मोदी की सियासत को चुनौती दे सके, अगर यह विचारधारा की लड़ाई की मुनादी है, तो फिर राहुल गांधी को भी बदलना होगा
![ट्रम्प की जल्दबाजी ट्रम्प की जल्दबाजी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/5yRnvNpVH1739534817581/1739535038876.jpg)
ट्रम्प की जल्दबाजी
पद संभालते ही आदेशों का शुरू हुआ सिलसिला कहां ले जाएगा अमेरिका को?
![जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/xOwgyItvk1739535040091/1739535449146.jpg)
जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही अवैध आप्रवासियों को उनके देश भेजने का जो सिलसिला शुरू हुआ है, उसकी गूंज भारत की घरेलू राजनीति और संसद को हिला रही