बीते अक्टू्बर में जॉर्जिया स्थित क्लार्कस्टन के एक मंच से कमला देवी हैरिस जब बुलंद आवाज में बोल रही थीं, उनके समर्थकों ने नारा लगाया, ‘‘जीत हमारी है।’’ अपनी परिचित मुस्कान के साथ हैरिस ने जवाब दिया, ‘‘या, जैसा कि एक पूर्व राष्ट्रपति कहते हैं, यस, वी कैन।’’ और उनके समर्थकों ने समवेत स्वर में नारा लगाया, ‘‘यस, वी कैन।’’ हैरिस कई मायनों में पहली हैं- कैलिफोर्निया की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी चुनी जाने वाली पहली काली महिला, राज्य की पहली महिला अटॉर्नी जनरल और एशियाई मूल की पहली अमेरिकी सीनेटर। फिलहाल, मौजूदा उपराष्ट्रपति और भावी राष्ट्रपति की दौड़ में आधिकारिक प्रत्याशी के बतौर उनके ऊपर दो विरासतों का बोझ है। एक, पहली काली महिला और दूसरा, पहली दक्षिण एशियाई महिला होने का बोझ। उनकी यह पहचान बहुआयामी है जिससे कई लोग खुद को करीब पाते हैं, तो कई लोगों की उनके ऊपर सख्त नजर भी है। उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा और वैचारिक सफर के चलते उनकी निजी शख्सियत बहुत जटिल है। वे खुद को वाम और दक्षिण दोनों खेमों के समर्थकों और आलोचकों की मांगों के बीच फंसा हुआ पाती हैं। इन जटिलताओं को समझे बगैर हैरिस को नहीं समझा जा सकता।
Denne historien er fra November 25, 2024-utgaven av Outlook Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra November 25, 2024-utgaven av Outlook Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
'वाह उस्ताद' बोलिए!
पहला ग्रैमी पुरस्कार उन्हें विश्व प्रसिद्ध संगीतकार मिकी हार्ट के साथ काम करके संगीत अलबम के लिए मिला था। उसके बाद उन्होंने कुल चार ग्रैमी जीते
सिने प्रेमियों का महाकुंभ
विविध संस्कृतियों पर आधारित फिल्मों की शैली और फिल्म निर्माण का सबसे बड़ा उत्सव
विश्व चैंपियन गुकेश
18वें साल में काले-सफेद चौखानों का बादशाह बन जाने वाला युवा
सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप
भारतीय और विश्व सिनेमा पर विद्यार्थी चटर्जी के किए लेखन का तीन खंडों में छपना गंभीर सिने प्रेमियों के लिए एक संग्रहणीय सौगात
रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना
एक की आवाज में मिठास भरी गहराई थी, तो दूसरे की आवाज में खिलंदड़ापन, पर दोनों की तुलना बेमानी
हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान
मोहम्मद रफी का गायन और जीवन समर्पण, प्यार और अनुशासन की एक अभूतपूर्व कहानी
तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
रफी जैसा बनने में केवल हुनर काम नहीं आता, मेहनत, समर्पण और शख्सियत भी
'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'
लव स्टोरी (1981), बेताब (1983), अर्जुन (1985), डकैत (1987), अंजाम (1994), और अर्जुन पंडित (1999) जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए चर्चित राहुल रवैल दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं।
आधी हकीकत, आधा फसाना
राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां
संभल की चीखती चुप्पियां
संभल में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद हुई सांप्रदायिकता में एक और कड़ी