PrøvGOLD- Free

धर्म पर बनी 5 बौलीवुड फिल्में
Sarita|March First 2025
फिल्ममेकर्स कुछ नया और बड़ा करने के लिए धार्मिक फिल्मों का सहारा लेते हैं. ये दर्शकों के बीच खूब पसंद भी की जाती हैं. बौलीवुड में ऐसी कुछ फिल्में हैं जो काफी विवादों में रहने के बावजूद छप्परफाड़ कमाई कर चुकी हैं.
- सोमा घोष
धर्म पर बनी 5 बौलीवुड फिल्में

हिंदी फिल्में असल में मनोरंजन का एक पैकेज हुआ करती हैं. उन में गाने, डांस, मारधाड़ आदि दृश्य होते हैं. फिल्मों को समाज का आईना भी कहा जाता है. इस वजह से हिंदी फिल्मों को इस बात को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है. इन में सब से अधिक धार्मिक फिल्में सब को अधिक पसंद आती हैं, क्योंकि धर्म हर व्यक्ति की भावनाओं से जुड़ा होता है और इस पर बनी फिल्में दर्शकों को अधिक आकर्षित करती हैं. बौलीवुड की ऐसी 5 सफल धार्मिक फिल्में हैं जिन्हें दर्शकों ने काफी पसंद किया. ऐसी फिल्मों पर कई बार सवाल भी उठाए जाते हैं. लेकिन फिल्ममेकर इस विषय पर फिल्में बनाने से नहीं चूकते.

पीके

अभिनेता आमिर खान और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा की फिल्म 'पीके' भक्ति और आस्था के नाम पर चल रहे गोरखधंधे को ले कर बनाई गई है, जिस में धर्म को ले कर आडंबर और लूटपाट की घटनाओं के बीच दूर ग्रह से एक अंतरिक्ष यात्री आता है, जिस की भाषा का कोई आचरण नहीं और न ही उस के शरीर पर वस्त्रों का कोई आवरण है. वह सच्चे दिल का एक इंसान है, लेकिन उस बेनकाब करता है, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया.

ओ माय गौड

बौलीवुड की एक लोकप्रिय धार्मिक फिल्म 'ओएमजी: ओह माय गौड' (2012) है. इस का निर्देशन उमेश शुक्ला ने किया है. यह एक भारतीय व्यंग्यपूर्ण कौमेडी ड्रामा फिल्म है, जो नास्तिकता और ईश्वर में विश्वास की अवधारणा पर आधारित है. फिल्म में अभिनेता अक्षय कुमार मुख्य भूमिका में है और यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो भूकंप में अपनी दुकान नष्ट होने के बाद भगवान पर मुकदमा करता है. यह फिल्म 'कांजी विरुद्ध कांजी' नामक एक गुजराती नाटक का रूपांतरण है. यह फिल्म दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रही. इस फिल्म को की बातचीत और सवालों से धरतीवासी चकित हो जाते हैं और मान बैठते हैं कि वह हमेशा पिए रहता है यानी पीके घूम रहा है.

Denne historien er fra March First 2025-utgaven av Sarita.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra March First 2025-utgaven av Sarita.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA SARITASe alt
क्या विचहंट का शिकार हो रहे रणवीर और समय रैना
Sarita

क्या विचहंट का शिकार हो रहे रणवीर और समय रैना

इंटरनैट के जमाने में कंटेंट का क्या कोई देश है? क्या आप सोशल मीडिया से पारिवारिकता की उम्मीद लगा कर बैठे हैं? सोशल मीडिया पहले ही गटर बन चुका है. सब के पास चॉइस है अपनी पसंद का कंटेंट देखने की और न देखने की. फिर रणवीर और समय रैना से कैसी उम्मीद ?

time-read
5 mins  |
March First 2025
झूठा दंभ
Sarita

झूठा दंभ

नौकरी को हलके में लेने वाले सुकेश के साथ एक दिन कुछ ऐसा घटित हुआ कि उस के पास सिवा पछताने के और कुछ नहीं बचा था.

time-read
5 mins  |
March First 2025
बौडी आप की हक आप का
Sarita

बौडी आप की हक आप का

एकदूसरे के लिए प्रेम दर्शाना गलत नहीं है, लेकिन पब्लिक प्लेस में कई लोग अश्लीलता की हद पार कर देते हैं, जिस से आसपास के लोग अनकंफर्टेबल हो जाते हैं. ऐसे में लड़कियों को खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि पब्लिक प्लेस में ऐसी हरकतों के वीडियोज सैकंड्स में वायरल हो सकते हैं या वीडियोज बना कर उन लोगों को ब्लैकमेल किया जा सकता है.

time-read
8 mins  |
March First 2025
उर्दू से नफरत क्यों
Sarita

उर्दू से नफरत क्यों

किसी भाषा को पैदा होने, बढ़ने और समृद्ध होने में सदियों का समय लगता है. और किसी भाषा को मिटा कर कोई समाज या कोई देश कभी समृद्ध नहीं हुआ. भाषा को औजार बना कर दो संप्रदायों के बीच नफरत पैदा करने वालों को कोई बताए कि कठमुल्लापन उर्दू की देन नहीं, बल्कि सरकार की घटिया शिक्षा नीतियों की देन है, जो देश के बच्चों को एकसमान बेसिक शिक्षा तक उपलब्ध कराने में नाकाम है.

time-read
5 mins  |
March First 2025
वोटोक्रेसी नहीं डैमोक्रेसी चाहिए
Sarita

वोटोक्रेसी नहीं डैमोक्रेसी चाहिए

लोकतंत्र वोट देने और लेने तक सीमित रह गया है. जनता, जिसे कभी सत्ता का मुख्य बिंदु माना जाता था, अब सिर्फ एक दिन भूमिका निभाती है. वोटोक्रेसी व डैमोक्रेसी का फर्क धुंधलाता जा रहा है. आइए समझते हैं कि कैसे लोकतंत्र का रूप बदलते वक्त के साथ अपने माने खो रहा है. दि

time-read
7 mins  |
March First 2025
प्रकृति की मौत और भगवा होता ओडिशा
Sarita

प्रकृति की मौत और भगवा होता ओडिशा

है तो यह सीधीसादी कौम्पलैक्स लवस्टोरी और उस के बाद प्रेमी द्वारा प्रेमिका को ब्लैकमेल व प्रताड़ित करने की एक दुखद दास्तां जिस पर अब भगवा इबारत लिखी जा रही है.

time-read
8 mins  |
March First 2025
सोसाइटीज में पैर पसारते मंदिर
Sarita

सोसाइटीज में पैर पसारते मंदिर

आजकल हर सोसाइटी में मंदिर होना आम बात हो चली है. इस की आड़ में सोसाइटी में रहने वालों से मनमाना चंदा और भांतिभांति के कार्यक्रमों के नाम पर पैसे ऐंठे जा रहे हैं. लाउडस्पीकर का शोर और फुजूल का हल्लागुल्ला तो अलग बात है.

time-read
5 mins  |
March First 2025
भाभी, न मत कहना
Sarita

भाभी, न मत कहना

सुवित को अपने सामने देख समीरा के होश उड़ गए. अपने दिल को संभालना मुश्किल हो रहा था उस के लिए. वक्त कैसा खेल खेल रहा था उस के साथ?

time-read
4 mins  |
February Second 2025
शादी से पहले जब न रहे मंगेतर
Sarita

शादी से पहले जब न रहे मंगेतर

शादी से पहले यदि किसी लड़की या लड़के की अचानक मृत्यु हो जाए तो परिवार वालों से अधिक ट्रौमा उस के पार्टनर को झेलना पड़ता है, उसे गहरा आघात लगता है. ऐसे में कैसे डील करें.

time-read
4 mins  |
February Second 2025

Vi bruker informasjonskapsler for å tilby og forbedre tjenestene våre. Ved å bruke nettstedet vårt samtykker du til informasjonskapsler. Finn ut mer