Denne historien er fra August 26, 2024-utgaven av Amar Ujala.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra August 26, 2024-utgaven av Amar Ujala.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
पाकिस्तान: मंदिर पर हमले के खिलाफ हिंदुओं का प्रदर्शन
धार्मिक समारोह के दौरान कट्टरपंथी युवकों ने गोलीबारी की
साक्षी, गीता और अमन शुरू करेंगे कुश्ती चैंपियंस लीग
भारतीय कुश्ती संघ ने कहा, नहीं देंगे अनुमति
लगातार छठी जीत, कोरिया को हराकर पांचवें खिताब से एक कदम दूर भारत
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी: मेजबान चीन से खिताबी टक्कर, लीग दौर में हरा चुकी है हरमनप्रीत की टीम
बांग्लादेशी स्पिनरों की काट ढूंढने में लगा भारत
चेपक में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले भारतीय क्रिकेट टीम का हुआ तीसरा अभ्यास सत्र
कर चोरी रोकने को गेमिंग कंपनियों की वेबसाइट ब्लॉक करने की तैयारी
डीजीजीआई ने कहा, टैक्स हैवेन देशों से कसीनो कंपनियों का हो रहा संचालन
67 फीसदी इंजीनियरों को एआई के कारण सता रहा नौकरी जाने का डर
ग्रेट लर्निंग के अध्ययन की रिपोर्ट 2024-25 में 87 फीसदी इंजीनियरों ने माना, कॅरिअर बचाने के लिए कौशल विकास जरूरी
विपक्ष उड़ाता रहा मजाक, मैं सौ दिन के विकास एजेंडे में जुटा रहा: मोदी
पीएम ने कहा, नकारात्मकता से भरे कुछ लोग भारत की एकता और अखंडता को बना रहे निशाना
आतंक का कलंक धोने की बेचैनी
आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित शोपियां और पांपोर की सियासी आबोहवा बदल रही है। अब यहां आतंकी परिवारों के प्रति किसी की हमदर्दी नजर नहीं आती। लोग विकास और बदलाव का हिस्सा बनने के लिए छटपटा रहे हैं। सड़क, बिजली, पानी, पढ़ाई, दवाई और रोजगार जैसी बुनियादी जरूरतों पर बात करना चाहते हैं...खुलेआम स्वीकार करते हैं कि उन्हें खूब गुमराह किया गया, पर अब नहीं होंगे...आतंकवाद की चर्चा पर ही नाराज हो जाते हैं। लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी समझदारी और पूरी ताकत से वोट करने को तैयार हैं। 18 सितंबर को होने वाले मतदान से पहले इन अतिसंवेदनशील क्षेत्रों का हाल बता रहे हैं महेंद्र तिवारी...
चुनाव जीतने के लिए आतंकियों की शरण जाने को तैयार नेक और कांग्रेस: शाह
जम्मू-कश्मीर में गृह मंत्री बोले - हम आतंकवाद को पाताल में दफन कर देंगे
महिला हितों की रक्षा के लिए बदलनी होगी मानसिकता
सीजेआई जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा - सिर्फ सख्त कानून से न्यायपूर्ण समाज नहीं बनता