मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते 40 वर्षों में प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से हुई लगभग 50 हजार बच्चों की मौतों की गुनहगार पूर्ववर्ती सरकारें हैं। वर्ष 2017 से पहले हजारों बच्चे इसकी चपेट में आते थे, जिसमें से 60 प्रतिशत की मृत्यु हो जाती थी। वहीं 40 फीसदी दिव्यांगता के शिकार हो जाते थे। अब प्रदेश में यह गंभीर बीमारी समाप्त हो गई है।
मुख्यमंत्री बुधवार को लोक भवन में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पोषण का मंत्र देते हुए कहा कि बच्चों की सेहत सुधरेगी तो पीढ़ी संवरेगी। स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र के लिए जाति, मत और मजहब से ऊपर उठकर प्रत्येक बच्चे पर ध्यान देना होगा। तभी हम 2047 तक भारत को विकसित बना पाएंगे। जिस तरह से द्वापर युग में माता यशोदा ने श्रीकृष्ण का लालन-पालन किया था, उसी तरह वर्तमान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को बच्चों का ध्यान रखना चाहिए।
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