महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की टिप्पणी के विरोध में कई जगह हुए बवाल की घटनाओं का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय के देवी-देवता, महापुरुषों और साधु-संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है। विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Denne historien er fra October 08, 2024-utgaven av Amar Ujala.
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