समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कटेहरी बाजार में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में इन दिनों दिल्ली व लखनऊ के इंजन आपस में टकरा रहे हैं। पहले ऋषि, मुनि व संत कम बोलते थे, लेकिन अब संत लोग ज्यादा बोल रहे हैं। कटुता भरा भाषण दे रहे हैं। जोड़ने की बजाय उनका जोर नफरत पर है।
Denne historien er fra November 18, 2024-utgaven av Amar Ujala.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra November 18, 2024-utgaven av Amar Ujala.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
गोंडा में होगा यूपी एसएसएफ छठी वाहिनी का मुख्यालय
ती जा रही 20 एकड़ जमीन, नए वर्ष में निर्माण शुरू करने की तैयारी
यात्रियों की मांग के हिसाब से ही चलेंगी रोडवेज बसें
कम लोड फैक्टर वाले रूटों से हटाकर मांग वाले पर बढ़ेंगी
बांग्लादेश ने की पूर्व पीएम शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से अपनी अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की है।
डेढ़ साल में रिकॉर्ड 10 लाख को पक्की नौकरी, पूर्व सरकारों ने ऐसा नहीं किया
रोजगार मेले में प्रधानमंत्री मोदी ने 71000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, कहा-
मावी की गेंदबाजी से जीता उत्तर प्रदेश
विजय हजारे ट्रॉफी: मिजोरम को नौ विकेट से हराया
मैड्रिड की रियल जीत में म्बापे का गोल
फुटबाल: ला लिगा में सेविला को 4-2 से हराया, रोड्रिगो ने भी दागा गोल
पेसर शमी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए अनफिट, तनुष लेंगे अश्विन की जगह
बीसीसीआई ने बताया तेज गेंदबाज का घुटना अभी गेंदबाजी का अधिक भार उठाने लायक नहीं
सामान्य बीमा उद्योग के दावा अनुपात में गिरावट क्लेम देने में सरकारी कंपनियां निजी क्षेत्र से आगे
गैर-जीवन बीमा उद्योग का शुद्ध दावा अनुपात 2023-24 के दौरान घटकर 82.52 प्रतिशत रह गया है।
पांच सत्रों की गिरावट थमी, सेंसेक्स 499 अंक चढ़ा
निचले स्तर पर शेयरों की खरीदारी व वैश्विक तेजी का असर, 1.02 लाख करोड़ बढ़ी निवेशकों की पूंजी
घरेलू बचत 30.2 फीसदी, भारत ने वैश्विक औसत को पीछे छोड़ा
एसबीआई की रिपोर्ट में दावा...सरकार के विभिन्न उपायों की बदौलत देश के वित्तीय समावेशन में बेहतर सुधार