वित्त मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी अनंतिम आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2023 में भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह 17.63 फीसदी बढ़कर 16.61 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह सरकार के संशोधित अनुमानों से अधिक है।
प्रत्यक्ष कर संग्रह में शानदार वृद्धि बाहरी चुनौतियों के बीच बेहतर व्यावसायिक प्रदर्शन को दर्शाती है। इससे सरकार को वित्त वर्ष 2023 के लिए अपने राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी।
वित्त वर्ष 2023 के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह का बजट अनुमान 14.20 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था। हालांकि बाद में संशोधित अनुमान में उसे बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया था।
Denne historien er fra April 04, 2023-utgaven av Business Standard - Hindi.
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