तेल क्षमता बढ़ाने पर जोर
- देश में कच्चे तेल की कुल उत्पादन क्षमता मौजूदा 250 एमएमटीए से बढ़ाकर 450 एमएमटीपीए या करीब 50 लाख बैरल प्रति दिन करने का लक्ष्य
- ईंधन की मांग 2050 तक दोगुना बढ़कर 100 लाख बैरल प्रतिदिन होने का अनुमान
- जटिल और पूंजी केंद्रित होने के कारण रिफाइनरी संयंत्र स्थापित करने में लगता है वक्त, लेकिन भारत में जमीन अधिग्रहण, खर्च बढ़ने व पर्यावरण संबंधी समस्याएं भी
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की निगरानी बढ़ने के साथ पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने तेल रिफाइनरी के विस्तार और नई परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए हिस्सेदारों से बातचीत तेज कर दी है। इस समय जमीन संबंधी कठिनाई, पर्यावरण की मंजूरी न मिलने, धन की कमी आदि वजहों से कई परियोजनाएं अटकी हुई हैं, जिन पर प्रधानमंत्री कार्यालय नजर बनाए हुए है। देश में कच्चे तेल के घरेलू उत्पादन को गति देने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे बढ़ती मांग पूरी की जा सके।
विचाराधीन परियोजनाओं में से एक परियोजना महाराष्ट्र के रत्नागिरि में पश्चिमी तट पर स्थित विवादों से घिरी रिफाइनरी है।
एक अधिकारी ने कहा कि सरकार जल्द ही कठिनाइयों पर विचार करने, बातचीत बहाल करने और विभिन्न हिस्सेदारों को चर्चा के लिए साथ लाने के लिए एक प्रमुख दल का गठन करेगी। इस दल में मंत्रालय, तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के अधिकारी व अन्य शामिल होंगे।
Denne historien er fra May 22, 2023-utgaven av Business Standard - Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra May 22, 2023-utgaven av Business Standard - Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
केपी सिंह ने डीएलएफ को चुना
डीएलएफ अध्यक्ष केपी सिंह ने अपनी पुस्तक विमोचन पर बयां किए आम और कारोबारी जीवन से जुड़े किस्से
'स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों के योगदान की अनदेखी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी नेताओं के योगदान को कमतर आंकने का प्रयास किया, ताकि 'केवल एक पार्टी और एक परिवार को श्रेय मिल सके।'
दिल्ली में कार्यालयों का समय बदला
दिल्ली वालों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। राष्ट्रीय राजधानी में सूचकांक वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) में शुक्रवार को कमी आई और अब यह गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में आ गया है।
मोदी की यात्रा के एजेंडे में तेल कारोबार
कुछ साल से नाइजीरियाई क्रूड का सबसे बड़ा खरीदार रहा है भारत, ओवीएल की नजर गुयाना के अपतटीय ब्लॉकों पर
कम करें स्मॉलकैप, मिडकैप और सेक्टर फंड में निवेश
कोविड के बाद बाजार में उतरने वाले नए निवेशकों को सावधानी बरतने और जल्दबाजी में फैसले लेने से बचने की जरूरत है
ऋण निपटान की आसानी बढ़ाएगी आपके क्रेडिट स्कोर की परेशानी
जो लोग ऋण भुगतान में चूक गए हैं अथवा चूक सकते हैं वे घबराने की बजाय यह समझें कि स्थिति से कैसे निपटें सकते हैं
देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी
गरीबी खत्म करने और लोगों की आय बढ़ाने का रास्ता लाभकारी रोजगार के जरिये ही है। मगर प्रौद्योगिकी में आए नवाचार ने उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मानव श्रम की तैनाती को नुकसान पहुंचाया है
खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई
आने वाले महीनों में महंगाई कैसी रहेगी इसके लिए अब सभी की नजरें खरीफ फसल पर हैं
जलाशशगयों में पर्याप्त जल
जैसे ही आगामी हफ्तों में गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बोआई में तेजी आएगी इन सबके बीच सबसे बड़ी चिंता जलाशयों में जलस्तर होगा। खासकर जिनके पास सिंचाई क्षमता होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति
भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में मूल्य के हिसाब से 5.7 प्रतिशत और कारोबार के हिसाब से 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो ग्रामीण क्षेत्रों की मांग की बदौलत संभव हुआ है।