भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में भारतीय बैंकों से खुदरा यानी छोटे कर्ज देते समय सावधान रहने के लिए कहा है। उसने बिना कुछ रेहन रखे लिए जा रहे (अनसिक्योर्ड) कर्ज के बारे में खास तौर पर आगाह रहने की सलाह दी है क्योंकि इनमें कुछ ज्यादा ही तेजी आ रही है। पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन जैसे अनसिक्योर्ड लोन के जरिये आपको जरूरत पड़ने पर फौरन रकम हाथ लग जाती है मगर कर्ज लेने वाले को भी इसमें खतरा हो सकता है।
जिन लोगों के पास रेहन या जमानत रखने के लिए कुछ भी नहीं होता उन्हें अनसिक्योर्ड लोन का रास्ता पकड़ना पड़ता है। सहीबैंक के मुख्य कार्य अधिकारी कमलजीत रस्तोगी कहते हैं, ‘जिनके पास रखने के लिए कुछ नहीं होता, उनके पास भी कर्ज पाने के अब अच्छे विकल्प आ गए हैं। अगर आपको दस्तावेज दिए बगैर ही तुरंत नकदी की जरूरत है तो आप अनसिक्योर्ड लोन की तरफ जा सकते हैं। अगर आपको कोई बड़ी खरीदारी करनी है या किसी कार्यक्रम के लिए रकम की जरूरत है, घर की मरम्मत करानी है या ऊंचे ब्याज वाला कोई कर्ज निपटाना है तो आप पर्सनल लोन के लिए अर्जी डाल सकते हैं।’
Denne historien er fra May 22, 2023-utgaven av Business Standard - Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra May 22, 2023-utgaven av Business Standard - Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
केपी सिंह ने डीएलएफ को चुना
डीएलएफ अध्यक्ष केपी सिंह ने अपनी पुस्तक विमोचन पर बयां किए आम और कारोबारी जीवन से जुड़े किस्से
'स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों के योगदान की अनदेखी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी नेताओं के योगदान को कमतर आंकने का प्रयास किया, ताकि 'केवल एक पार्टी और एक परिवार को श्रेय मिल सके।'
दिल्ली में कार्यालयों का समय बदला
दिल्ली वालों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। राष्ट्रीय राजधानी में सूचकांक वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) में शुक्रवार को कमी आई और अब यह गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में आ गया है।
मोदी की यात्रा के एजेंडे में तेल कारोबार
कुछ साल से नाइजीरियाई क्रूड का सबसे बड़ा खरीदार रहा है भारत, ओवीएल की नजर गुयाना के अपतटीय ब्लॉकों पर
कम करें स्मॉलकैप, मिडकैप और सेक्टर फंड में निवेश
कोविड के बाद बाजार में उतरने वाले नए निवेशकों को सावधानी बरतने और जल्दबाजी में फैसले लेने से बचने की जरूरत है
ऋण निपटान की आसानी बढ़ाएगी आपके क्रेडिट स्कोर की परेशानी
जो लोग ऋण भुगतान में चूक गए हैं अथवा चूक सकते हैं वे घबराने की बजाय यह समझें कि स्थिति से कैसे निपटें सकते हैं
देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी
गरीबी खत्म करने और लोगों की आय बढ़ाने का रास्ता लाभकारी रोजगार के जरिये ही है। मगर प्रौद्योगिकी में आए नवाचार ने उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मानव श्रम की तैनाती को नुकसान पहुंचाया है
खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई
आने वाले महीनों में महंगाई कैसी रहेगी इसके लिए अब सभी की नजरें खरीफ फसल पर हैं
जलाशशगयों में पर्याप्त जल
जैसे ही आगामी हफ्तों में गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बोआई में तेजी आएगी इन सबके बीच सबसे बड़ी चिंता जलाशयों में जलस्तर होगा। खासकर जिनके पास सिंचाई क्षमता होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति
भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में मूल्य के हिसाब से 5.7 प्रतिशत और कारोबार के हिसाब से 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो ग्रामीण क्षेत्रों की मांग की बदौलत संभव हुआ है।