क्या वैश्विक केंद्रीय बैंक, खासकर अमेरिकी फेड के कदम की वजह से वैश्विक इक्विटी बाजारों को अगले कुछ महीनों के दौरान चिंतित होने की जरूरत है?
फेड का मौद्रिक नीतिगत नजरिया अल्पावधि में बाजार को प्रभावित करने वाला मुख्य कारक बना रहेगा। हालांकि हमारा मानना है कि निवेशक कुछ खास कंपनियों में बुनियादी आधार और आय रुझानों पर फिर से ध्यान बना रहेगा, क्योंकि हम मौद्रिक नीतिगत सख्ती चक्र के अंत की ओर बढ़ रहे हैं। उभरते बाजारों पर फेड की मौद्रिक नीति का प्रभाव अब पिछले चक्रों के मुकाबले सीमित है, क्योंकि विकसित बाजार के मुकाबले अन्य कारकों में मांग का बड़ा योगदान है।
आप एशियाई और ईएम के संदर्भ में निवेश बाजार के तौर पर भारत को किस नजरिये से देख रहे हैं?
हम भारत को उसके मजबूत वृहद आर्थिक परिदृश्य की वजह से एशिया और ईएम के संदर्भ में आकर्षक निवेश स्थान के तौर पर देख रहे हैं। भारत में निवेश के लिहाज से मजबूत आधार वाली कंपनियां मौजूद हैं। बॉटम-अप आधार पर, हमें ऐसे विभिन्न शेयर आइडिया तलाशते हैं, जो हमारी निवेश धारणा के अनुरूप हों।
Denne historien er fra June 27, 2023-utgaven av Business Standard - Hindi.
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देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी
गरीबी खत्म करने और लोगों की आय बढ़ाने का रास्ता लाभकारी रोजगार के जरिये ही है। मगर प्रौद्योगिकी में आए नवाचार ने उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मानव श्रम की तैनाती को नुकसान पहुंचाया है
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जलाशशगयों में पर्याप्त जल
जैसे ही आगामी हफ्तों में गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बोआई में तेजी आएगी इन सबके बीच सबसे बड़ी चिंता जलाशयों में जलस्तर होगा। खासकर जिनके पास सिंचाई क्षमता होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति
भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में मूल्य के हिसाब से 5.7 प्रतिशत और कारोबार के हिसाब से 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो ग्रामीण क्षेत्रों की मांग की बदौलत संभव हुआ है।