इक्विटी फंडों में बढ़ी रकम की आवक
■ बाजार में गिरावट के बीच भारी खरीदारी से इक्विटी म्युचुअल फंड में बढी रकम
■ देसी संस्थागत निवेशकों का कुल निवेश बढ़कर 56,300 करोड़ रुपये पर
■ म्युचुअल फंडों ने ब्लॉक डील के जरिये करीब 10,000 करोड़ रुपये लगाए
देसी म्युचुअल फंडों ने मार्च में भारतीय शेयरों में 45,120 करोड़ रुपये झोंके, जो किसी एक महीने में अब तक की सबसे ज्यादा खरीदारी है। देसी फंडों ने यह भारी खरीद उस समय की है, जब स्मॉल और मिड कैप फंडों में तेजी से बिकवाली हो रही है और ब्लू चिप कंपनियों के शेयरों की बड़ी ब्लॉक डील हो रही हैं। मार्च की यह आवक फरवरी में हुई खरीद के मुकाबले करीब 3 गुना है। इससे पहले पिछली रिकॉर्ड खरीद मार्च, 2020 में हुई थी, जब म्युचुअल फंडों ने शुद्ध तौर पर 30,300 करोड़ रुपये लगाए थे। इस कैलेंडर वर्ष में अभी तक म्युचुअल फंडों ने 85,200 करोड़ रुपये की शुद्ध इक्विटी खरीदारी की है, जो पिछले पूरे साल में हुई 1.7 लाख करोड़ रुपये की खरीद की करीब आधी है।
Denne historien er fra April 03, 2024-utgaven av Business Standard - Hindi.
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
झारखंड: कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
सरकारी बैंकों ने दर्ज की 11% की मजबूत वृद्धि
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'जेनको को सूचीबद्ध करें राज्य
देश के बिजली क्षेत्र में इस दशक में करीब 22 लाख करोड़ रुपये निवेश की जरूरत का हवाला देते हुए केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यों से अपनी लाभ वाली इकाइयों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने का अनुरोध किया है।
विल्सन ऐंड ह्यूज ने कॉक्स ऐंड किंग्स की परिसंपत्ति, ब्रांड का किया अधिग्रहण
सौदे की रकम का नहीं किया गया खुलासा
बाजार भागीदारी बढ़ाने पर रहेगा ब्रिटानिया का जोर
सितंबर तिमाही में लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.6 प्रतिशत घटकर 531.5 करोड़ रुपये रह गया
50% तक घटेगी आयात निर्भरता
प्रमुख फार्मा सामग्री के विनिर्माण में देश बनेगा आत्मनिर्भर
गिरावट के बाद इंडसइंड कितना आकर्षक?
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने मंगलवार को निवेशकों के डीमैट खाते में प्रतिभूतियों को सीधे क्रेडिट करने की योजना वापस लेने की घोषणा की। इसे 11 नवंबर से प्रभावी हुई थी। एक्सचेंजों ने सूचित किया कि कुछ मामलों में उन्हें थोड़े विलंब का सामना करना पड़ा और इस वजह से सीधे क्रेडिट की सुविधा टालनी पड़ी।
स्थिर सरकार नहीं दे सकता एमवीए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को \"अस्थिर गाड़ी\" करार देते हुए कहा यह कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती।
5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
आय के मोर्चे पर निराशा, विदेशी निवेश निकासी का असर शेयर बाजारों पर बरकरार रहा