पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ एक साल पहले की अपेक्षा 63.2 फीसदी बढ़कर 13,488 करोड़ रुपये रहा। मारुति सुजूकी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 125 रुपये प्रति शेयर का लाभांश जारी करने की घोषणा की है। कंपनी ने पिछले साल 90 रुपये प्रति शेयर का लाभांश दिया था।
मारुति सुजूकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने संवाददाताओं से कहा कि हरियाणा के खरखौदा में कंपनी के नए संयंत्र का निर्माण कार्य सुचारू तरीके से जारी है और मई 2025 में कंपनी यहां से पहली उत्पादन लाइन शुरू करने वाली है। उन्होंने कहा, 'हम खरखौदा संयंत्र में हर 12 महीने में एक नई उत्पादन लाइन जोड़ेंगे।' साथ ही भार्गव ने कहा कि देश में आम चुनाव के कारण आचार संहिता लगी होने से कंपनी ने अभी तक गुजरात में अपने नए संयंत्र का स्थान तय नहीं किया है। फिलहाल, मारुति सुजूकी की सालाना 23.5 लाख गाड़ियों की उत्पादन क्षमता है और कंपनी इसे साल 2030-31 तक 40 लाख करने की योजना बना रही है।
भार्गव ने कहा कि छोटी कारों के बाजार में इस साल या अगले साल भी कोई खास उछाल नहीं आने वाला है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मौजूदा वित्त वर्ष में उछाल थोड़ा आशावादी है, लेकिन मुझे यह नहीं लगता कि यह इतनी जल्दी होगा। इसमें और समय लगेगा। इसलिए, कार बाजार में एसयूवी का दबदबा रहेगा।'
साल 2023-24 में सिडैन और हैचबैक वाले छोटी कारों के खंड की बिक्री में करीब 11.4 फीसदी की कमी देखी गई। एक साल पहले की तुलना में 15.38 लाख गाड़ियों की बिक्री हुई। इसके विपरीत यूटिलिटी वाहन खंड में बिक्री एक साल पहले की अपेक्षा उल्लेखनीय 25.8 फीसदी बढ़ी और 25.2 लाख गाड़ियों की बिक्री हुई। मारुति सुजूकी छोटी कार और एसयूवी दोनों श्रेणियों में अग्रणी है।
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बाजार में अनिश्चितता बढ़ने से देसी शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों के थोक सौदे भी कम हो रहे हैं। नवंबर में थोक सौदे यानी ब्लॉक डील घटकर 25,669 करोड़ रुपये रह गए जो 6 महीने में सबसे कम है। उद्योग के विशेषज्ञों ने कहा कि बड़े संस्थागत खरीदारों की सौदे में कम दिलचस्पी को देखते हुए कई निजी इक्विटी फर्में, प्रवर्तक इकाइयां और अन्य निवेशक अपनी शेयर बिक्री योजना फिलहाल टाल दी हैं।
गतिरोध टूटा, संविधान पर होगी चर्चा
शीतकालीन सत्रः सभी दलों के नेताओं के साथ बिरला की बैठक में खुला चर्चा का रास्ता