वित्त वर्ष 24-25 के लिए एलऐंडटी के प्रबंधन ने अनुमान जताया है कि एक साल पहले के मुकाबले राजस्व में 15 प्रतिशत की वृद्धि और ऑर्डर प्रवाह में 10 प्रतिशत की वृद्धि होगी तथा मुख्य मार्जिन 8.25 प्रतिशत के स्तर पर बना रहेगा। कंपनी को उम्मीद है कि नई सरकार के बनने और स्थिर होने के बाद दूसरी तिमाही के अंत तक ऑर्डर प्रवाह की रफ्तार में तेजी आएगी।
समीक्षाधीन तिमाही में एलऐंडटी ने 4,396 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो समेकित आधार पर एक साल पहले की तुलना में 10.3 प्रतिशत अधिक रहा। कंपनी का राजस्व भी पिछले साल की तुलना में 15 प्रतिशत बढ़कर 67,079 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि पहली तीन तिमाहियों के दौरान दो अंकों की वृद्धि दर्ज करने के बाद चौथी तिमाही में ऑर्डर प्रवाह सालाना आधार पर पांच प्रतिशत घटकर 72,150 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि देश में चल रहे आम चुनावों के मद्देनजर यह गिरावट अपेक्षित स्तर पर है।
मार्च 2024 को समाप्त हुए पूरे वर्ष के दौरान एलऐंडटी ने 13,059 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 25 प्रतिशत अधिक रहा तथा 3.02 लाख करोड़ रुपये का ऑर्डर प्रवाह हुआ। एलऐंडटी के निदेशक मंडल ने 28 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की भी सिफारिश की है, जो शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करती है।
टाटा पावर का शुद्ध लाभ 11 प्रतिशत बढ़ा
Denne historien er fra May 09, 2024-utgaven av Business Standard - Hindi.
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भागवत की टिप्पणी पर सांसदों में बहस
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कल
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जेप्टो का आईपीओ अगले साल आने के आसार
कंपनी ने हाल ही प्रमुख घरेलू निवेशकों से 35 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई है
जेप्टो भारत में सबसे तेजी से बढ़ती इंटरनेट कंपनी
क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो के सह संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी आदित पालिचा का कहना है कि हाल में जुटाई गई रकम घरेलू निवेशकों से जुटाई गई अब तक की सबसे बड़ी रकम में से एक है। इससे कंपनी को भारतीय निवेशकों को अधिक शेयरधारिता देने में मदद मिलेगी। कंपनी अगले वित्त वर्ष में कभी भी आईपीओ लाने की योजना बना रही है। आर्यमन गुप्ता और शिवानी शिंदे के साथ बातचीत में इस क्षेत्र पर सरकार की बढ़ती जांच, विस्तार योजनाओं और आईपीओ के बारे में चर्चा की गई। प्रमुख अंश...
कच्चे तेल एवं पेट्रोल-डीजल निर्यात पर अप्रत्याशित लाभ कर खत्म
केंद्र सरकार ने सोमवार को देश में निकलने वाले कच्चे तेल और डीजल, पेट्रोल एवं विमान ईंधन (एटीएफ) के निर्यात पर लगने वाला अप्रत्याशित लाभ कर (विंडफॉल टैक्स) तत्काल खत्म कर दिया। वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि पेट्रोल और डीजल के निर्यात पर सड़क एवं बुनियादी ढांचा उपकर (आरआईसी) को भी हटा दिया गया है।
बाजार में गिरावट से थोक सौदों में आई कमी
बाजार में अनिश्चितता बढ़ने से देसी शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों के थोक सौदे भी कम हो रहे हैं। नवंबर में थोक सौदे यानी ब्लॉक डील घटकर 25,669 करोड़ रुपये रह गए जो 6 महीने में सबसे कम है। उद्योग के विशेषज्ञों ने कहा कि बड़े संस्थागत खरीदारों की सौदे में कम दिलचस्पी को देखते हुए कई निजी इक्विटी फर्में, प्रवर्तक इकाइयां और अन्य निवेशक अपनी शेयर बिक्री योजना फिलहाल टाल दी हैं।
गतिरोध टूटा, संविधान पर होगी चर्चा
शीतकालीन सत्रः सभी दलों के नेताओं के साथ बिरला की बैठक में खुला चर्चा का रास्ता