निवेशक परिपक्व हो चुके हैं, फंडों को मंदी के बाजार से चिंता नहीं
Business Standard - Hindi|June 14, 2024
एसबीआई म्युचुअल फंड के उप प्रबंध निदेशक और संयुक्त मुख्य कार्य अधिकारी डीपी सिंह का कहना है कि हाल के वर्षों में एसबीआई म्युचुअल फंड की परिसंपत्तियों में कई गुना वृद्धि और 10 लाख करोड़ रुपये की उपलब्धि, इक्विटी बाजार कोविड के बाद की तेजी और वितरण पहुंच में मजबूती के कारण आई है। अभिषेक कुमार के साथ बातचीत में सिंह ने कहा कि अगर बाजार मददगार बना रहता है तो अगले पांच वर्षों में प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकती हैं। प्रमुख अंश...
अभिषेक कुमार
निवेशक परिपक्व हो चुके हैं, फंडों को मंदी के बाजार से चिंता नहीं

10 लाख करोड़ रुपये के एयूएम की उपलब्धि के क्या अहम कारण रहे हैं?

हमने अपनी पहुंच बढ़ाने और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के खातों का आकार बढ़ाने के लिए वर्षों से काम किया है। प्रयास सफल रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में मासिक एसआईपी प्रवाह दोगुना से अधिक होकर 3,200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एसबीआई ब्रांड, समय पर योजना की शुरुआत, मजबूत विश्वसनीय टीम और वितरण नेटवर्क ने भी इस वृद्धि में योगदान किया है। कोविड के बाद बाजार की तेजी को न भूलें जो हमारे और पूरे उद्योग के लिए बढ़ने का बड़ा कारण रही है। इसके अलावा चूंकि हमारा एयूएम सबसे बड़ा है, इसलिए बाजार के उतार-चढ़ाव से होने वाला लाभ भी अन्य कंपनियों की तुलना में अधिक है।

Denne historien er fra June 14, 2024-utgaven av Business Standard - Hindi.

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महाराष्ट्र में नई सरकार के लिए और बढ़ा इंतजार
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चुनाव परिणाम आने के एक सप्ताह बाद भी महाराष्ट्र में सरकार का गठन नहीं हो पाया है। महायुति गठबंधन में शामिल दलों के बीच मुख्यमंत्री पद और विभाग बंटवारे को लेकर उसी दिन से रस्साकशी चल रही है और कई दौर की वार्ताओं के बावजूद मामला हल नहीं हुआ है।

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'उच्च न्यायालय का रुख स्पष्ट होने तक कार्यवाही न बढ़े'

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यूपीआई खाते में रखें कम पैसा, घटेगा जालसाजी का अंदेशा
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नकद के बगैर खरीदारी और भुगतान की सुविधा देने वाले यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने आम लोगों की जिंदगी जितनी सरल की है, धोखाधड़ी की गुंजाइश भी उतनी ही बढ़ गई है। वित्त मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यानी सितंबर तक धोखाधड़ी की 6.32 लाख घटनाएं दर्ज की गई थीं, जिनमें लोगों को 485 करोड़ रुपये का चूना लग गया था।

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जैव विविधता संकट पर आंख खोलने की जरूरत
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भारत ने हाल ही में कोलंबिया के कैली में जैव विविधता से जुड़े अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन (सीबीडी) के 16वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप-16) में भाग लिया है।

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अमेरिकी व्यापार नीति आसियान अर्थव्यवस्थाओं को चीन के साथ गहन रिश्ते बनाने की ओर धकेल सकती है। दोनों के बीच की मुश्किलों के बीच भी यह संभव है। बता रही हैं अमिता बत्रा

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हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस की नजर इस वित्त वर्ष के अंत में डॉलर बॉन्ड जारी करके 30 से 50 करोड़ डॉलर जुटाने पर है।

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