विश्लेषकों ने कहा कि यह रुख फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जीरोम पॉवेल के बड़ी कटौती के साथ दरों में नरमी का चक्र शुरू करने के कारण देखने को मिला, लेकिन फिर उन्होंने यह भी कह दिया कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है। इस बयान से निवेशक थोड़े समय के लिए सतर्क रह सकते हैं। विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी अभी मंदी के करीब नहीं है लेकिन आर्थिक नरमी के संकेत हैं, जिससे आने वाले समय में दर कटौती की रफ्तार तय होगी।
एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेज ने कहा कि बाजार साल 2024 में करीब 60 आधार अंक और 2025 में 150 आधार अंकों की कटौती मानकर चल रहा है, जो फेड के अनुमान से काफी ज्यादा है। ज्यादातर परिसंपत्ति वर्गों ने रातोरात अपनी बढ़त गंवा दी क्योंकि पॉवेल ने आने वाले समय में बड़ी कटौती की उम्मीदों को लेकर सतर्क कर दिया।अमेरिकी दर कटौती विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों को आकार दे सकती है और इस लिहाज से निवेशकों को अपने-अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करना पड़ सकता है।
इक्विटी पर असर
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