मारुति का बहीखाता
■ इंडेक्सेशन लाभ खत्म होने के कारण पुराने कर के भुगतान से लाभ पर असर
■ इस मद में कंपनी को 800 करोड़ रुपये अलग करने पड़े जो वास्तविक खर्च नहीं है
■ छोटी कारों की लगातार घट रही मांग, शहरी बाजार में सुस्त पड़ी बिक्री की रफ्तार
मुनाफे को मुख्य तौर पर डेट म्युचुअल फंड के दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर इंडेक्सेशन लाभ के खत्म होने के कारण पिछले कर की अदायगी इसी तिमाही में किए जाने से मुनाफे पर असर पड़ा। इसके अलावा छोटी कारों की लगातार घट रही मांग और शहरी क्षेत्रों में बिक्री की रफ्तार सुस्त पड़ने से भी मुनाफे को झटका लगा।
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा, 'इस साल वाहन उद्योग कुछ हद तक मुश्किल दौर से गुजर रहा है। उद्योग की वृद्धि पिछले वर्षों के मुकाबले सुस्त रही है और यह स्थिति इस तथ्य के बावजूद दिख रही है कि सेमीकंडक्टर की कोई कमी नहीं है अथवा कोविड-19 का कोई प्रभाव नहीं है। केवल कारों की मांग सुस्त पड़ गई है।'
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में मारुति सुजुकी का आस्थगित कर 1,017.7 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह रकम महज 83 करोड़ रुपये रही थी।
Denne historien er fra October 30, 2024-utgaven av Business Standard - Hindi.
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यूएलआई से 27,000 करोड़ रुपये के ऋण वितरित हुए
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