■ अगले हफ्ते पूरा हो रहा है आरबीआई गवर्नर का दूसरा कार्यकाल
■ धीमी जीडीपी वृद्धि के बाद एमपीसी की बैठक पर टिकीं सबकी निगाहें
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की दिसंबर की बैठक आज से शुरू होगी मगर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (समिति के अध्यक्ष भी हैं) के कार्यकाल को बढ़ाया जाएगा या नहीं, इस बारे में अभी तक स्पष्टता नहीं है। एमपीसी बैठक के नतीजों की घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
पूर्व प्रशासनिक अधिकारी शक्तिकांत दास को पहली बार 2018 में आरबीआई का गवर्नर नियुक्त किया गया था। उसके बाद 2021 में उन्हें सेवा विस्तार मिला था और उनके मौजूदा कार्यकाल की अवधि अगले हफ्ते समाप्त हो रही है।
एमपीसी की बैठक अहम होती है क्योंकि इसमें अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों के भविष्य की दिशा तय की जाती है। समिति के प्रत्येक सदस्य के पास रीपो दर और नीतिगत रुख पर एक-एक मत देने का अधिकार होता है। अगर सदस्यों के मत बराबर होते हैं तो गवर्नर दूसरा या निर्णायक वोट देते हैं।
कमई 2022 से फरवरी 2023 के बीच रीपो दर में 250 आधार अंक की बढ़ोतरी किए जाने के बाद समिति ने दरें यथावत रखी हैं। अक्टूबर की नीतिगत बैठक में रुख को बदलकर तटस्थ कर दिया गया था।
समिति के बाहरी सदस्य नागेश कुमार ने अक्टूबर की बैठक में रीपो दर 25 आधार अंक घटाने के पक्ष में अपना मत दिया था।
Denne historien er fra December 04, 2024-utgaven av Business Standard - Hindi.
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