बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते सहारा रेगिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। इससे दुनिया के सबसे बड़े मरुस्थल में हरियाली बढ़ रही है, लेकिन एशिया समेत दुनियाभर में जलवायु पर इसका गंभीर असर देखने को मिल सकता है।
Denne historien er fra November 04, 2024-utgaven av Hindustan Times Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra November 04, 2024-utgaven av Hindustan Times Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
'ध्रुवीकरण के कारण महायुति की जीत'
कहा, हर कोई जानता है एनसीपी की स्थापना किसने की
दिल्ली देहात के शेष काम भी पूरे करेंगे: केजरीवाल
पूर्व मुख्यमंत्री कराला गांव में आयोजित दंगल देखने पहुंचे
मेले में भारी भीड़ देखकर व्यापारियों के चेहरे खिले
प्रवेश के लिए गेट नंबर चार और 10 के बाहर लंबी कतारें लगीं, छूट पर मिलने वाले सामान की जमकर खरीदारी
गंगा मैली हुई तो इंजीनियरों का वेतन रुकेगा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एसटीपी से निकलने वाले पानी को प्रदूषित बताया तो की गई सख्ती
युवा सोच से ही देश की तरक्की संभव
मन की बात में मोदी बोले, मिलकर देश को विकसित बनाएं
छह दिन में चार डिग्री पारा गिरने के आसार
दिल्ली-एनसीआर को लेकर मौसम विभाग ने घोषणा की, रविवार को तेज धूप से तापमान में बढ़ोतरी हुई
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पर मंथन जारी, सोरेन 28 को शपथ लेंगे
झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे सोरेन
मस्जिद के सर्वे पर बवाल, चार मरे
संभल में कोर्ट के आदेश पर जामा मस्जिद पहुंची थी टीम, उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया, कई पुलिसकर्मी घायल
पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा तीन दिन से जारी, 82 की मौत
खैबर पख्तूनख्वा में दोनों गुटों की ओर से गोलीबारी, पथराव और आगजनी
जलवायु खतरों से निपटने के लिए 250 अरब डॉलर पर्याप्त नहीं
कॉप 29 में जलवायु खतरों से निपटने के लिए 250 अरब डॉलर की राशि को लेकर विशेषज्ञ सहमत नही हैं।