कई बार देखता हूँ “एकात्मता" शब्द लोग बहुत बार बोलते हैं। परन्तु उनके हृदय में वह भाव रहता नहीं, उनके आचरण में वैसा परिवर्तन आता नहीं।
एक अच्छे पढ़े लिखे, विद्वान पुरुष मेरे मित्र हैं। उन्होंने मेरे बारे में सोचा कि यह सम्पूर्ण देश में संघ का काम करने जाता है, परन्तु संगठन करना यानी एकात्मभाव चाहिए और उसके लिए अद्वैतभाव चाहिए। उन्होंने एक बार मुझसे पूछा “तुम्हें अद्वैत सिद्धान्त वगैरा मालूम है?"
मैंने कहा ‘‘मैंने तो नाम भी नहीं सुना है।"
उन्होंने कहा “शंकराचार्यजी ने जो बताया वह जानते हो?”
मैंने कहा “कौन शंकराचार्य?”
वे - "इनको पढ़े बिना तो संघ का काम कर कटिन है !"
मैंने कहा “कैसे किया जाए ?"
वे बोले - “पढ़ो।"
Denne historien er fra Kendra Bharati September 2022-utgaven av Kendra Bharati - केन्द्र भारती.
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प्रेमकृष्ण खन्ना
स्थानिक विभूतियों की कथा - २५
स्वस्थ विश्व का आधार बना 'मिलेट्स'
मिलेट्स यानी मोटा अनाज। यह हमारे स्वास्थ्य, खेतों की मिट्टी, पर्यावरण और आर्थिक समृद्धि में कितना योगदान कर सकता है, इसे इटली के रोम में खाद्य एवं कृषि संगठन के मुख्यालय में मोटे अनाजों के अन्तरराष्ट्रीय वर्ष (आईवाईओएम) के शुभारम्भ समारोह के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के इस सन्देश से समझा जा सकता है :
जब प्राणों पर बन आयी
एक नदी के किनारे एक पेड़ था। उस पेड़ पर बन्दर रहा करते थे।
देव और असुर
बहुत पहले की बात है। तब देवता और असुर इस पृथ्वी पर आते-जाते थे।
हर्षित हो गयी वानर सेना
श्री हनुमत कथा-२१
पण्डित चन्द्र शेखर आजाद
क्रान्तिकारियों को एकजुट कर अंग्रेजी शासन की जड़ें हिलानेवाले अद्भुत योद्धा
भारत राष्ट्र के जीवन में नया अध्याय
भारत के त्रिभुजाकार नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह हर किसी को अभिभूत करनेवाला था।
समान नागरिक संहिता समय की मांग
विगत दिनों से समान नागरिक संहिता का विषय निरन्तर चर्चा में चल रहा है। यदि इस विषय पर अब भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो इसके गम्भीर परिणाम आनेवाली सन्तति और देश को भुगतना पड़ सकता है।
शिक्षा और स्वामी विवेकानन्द
\"यदि गरीब लड़का शिक्षा के मन्दिर न आ सके तो शिक्षा को ही उसके पास जाना चाहिए।\"
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक
२३ जुलाई, जयन्ती पर विशेष