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अत्यंत पवित्र एवं परम उपयोगी गाय

Rishi Prasad Hindi|October 2023
[गोपाष्टमी (२० नवम्बर) पर विशेष]
- पूज्य बापूजी
अत्यंत पवित्र एवं परम उपयोगी गाय

सभी प्राणियों में गाय अत्यंत पवित्र मानी जाती है। इसके शरीर से सात्त्विक ऊर्जा निकलती है। जिस घर में, जिस इलाके में गाय होती है उससे अमंगलकारी आभा एवं बहुत सारी अशुभ चीजें दूर हो जाती हैं। गाय के शरीर में सूर्यकेतु नाड़ी होती है जो गोकिरणों को पीती है इसीलिए गाय का सब कुछ पवित्र होता है। और किसी प्राणी का मल-मूत्र पवित्र नहीं माना जाता है, गाय का मैला (गोबर) व मूत्र पवित्र माना जाता है। मरते समय गाय के गोबर का लेपन करके व्यक्ति को सुलाया जाता है। वैदिक विधि-विधानों में भी गोझरण का उपयोग होता है । यह अशुद्ध जगह को शुद्ध करता है। जहाँ भगवान का सिंहासन लगाना है वहाँ गोबर से लीपते व पानी में गोझरण (अथवा गोमूत्र अर्क*) डाल के उससे पोता लगाते हैं। गाय के जीवन में, उसके मल-मूत्र में इतनी सात्त्विकता है।

Denne historien er fra October 2023-utgaven av Rishi Prasad Hindi.

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