मेरे पड़ोस में रहने वाली मीरा को आखिर क्या कमी है? सबकुछ तो है उस के पास. 2-2 मकान, बड़ीबड़ी गाड़ियां, ढेरों महंगे कपड़े, गहने. लेकिन आजकल वह गहरे अवसाद से गुजर रही है सबकुछ होते हुए भी खुश नहीं है. आखिर वह कौन सी चीज है जिसे पा कर वह खुश हो जाए, घर के सभी लोग यह जानने में लगे हैं। और उस का हर संभव इलाज करा रहे हैं.
आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी में हरकोई यदि कोई चीज ढूंढ़ रहा है तो वह है खुशी और इसे पाने के लिए सबकुछ करने को तैयार है. लेकिन इसे हासिल करने में वह नाकाम हो रहा है. ऐसा कहा जाता है कि पैसे से सबकुछ खरीदा जा सकता है लेकिन शायद खुशी नहीं. आखिर क्या है वे तरीके या रास्ते जिन्हें अपना कर आप खुश रह सकते हैं.
रहें स्वस्थ
ही यदि खुश रहना है तो स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है क्योंकि कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर खुश रह सकता है. याद रहे अच्छा स्वास्थ्य पैसे से नहीं बनाया जा सकता लेकिन एक अच्छे स्वास्थ्य से पैसा कमाया/बनाया जा सकता है और साथ ही अपनी सभी इच्छाएं, आकांक्षाएं और आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है.
इस के लिए नियमित व्यायाम करना, संतुलित भोजन लेना और भरपूर 6-7 घंटे की नींद सब से जरूरी है लेकिन आजकल की भागदौड़ वाली दिनचर्या के साथ यह अपनाना या करना मुश्किल होता जा रहा है जिस के कारण हम कम उम्र में ही बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं और चाह कर भी खुश नहीं रह पा रहे हैं.
पहचानें अपनी खुशियों को
सभी को अलगअलग तरीके से खुशी मिलती है जैसे किसी को अच्छा खाने से खुशी मिलती है, किसी को अच्छे कपड़े पहनने से, किसी को घूमने फिरने से, किसी तो मंदिर जा कर सेवा करने से, किसी को पढ़नेलिखने से, किसी को परिवार के साथ समय बिताने से, किसी को संगीत सुनने से, तो किसी को पैसा कमाने और अपना बैंक बैलेंस बढ़ाने से आदि खुश रहने के लिए सब से जरूरी है कि आप अपनी खुशी को पहचानें.
आखिर आप को किस काम को करने से खुशी मिल रही है उसे पहचानना आवश्यक है ताकि आप खुश रह सकें.
मनाएं छोटीछोटी खुशियां
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